तहसीलदार के स्टे के बावजूद नहीं रुक रहा निर्माण कार्य
बेगमगंज/रायसेन से शरद शर्मा
जहां एक और प्रदेश के मुखिया अब बुलडोजर मामा के नाम से जाने जाने लगे हैं भू माफियाओं पर उनका बुलडोजर कहर बनकर टूट रहा है वही उन्हीं की लोकसभा क्षेत्र में एक विधवा महिला अपने 80 डेसिमल जमीन के लिए दर-दर भटकने के लिए मजबूर हो रही है सीमांकन में जमीन उसकी पाए जाने और तहसीलदार द्वारा निर्माण कार्य पर पाबंदी लगाने के बाद भी ना तो निर्माण कार्य रुक रहा है और ना ही बैंक ऋण की किस्त देने से बाज आ रही है। महिला द्वारा संबंधित बैंक को भी लिखित सूचना दी गई है उसके बावजूद भी महिला की सुनवाई नहीं होने से वह दर-दर भटक रही है। क्या प्रदेश के मुखिया इस महिला की जमीन दिलवाने के लिए अपने बुलडोजर का इस्तेमाल करेंगे यह जन चर्चा का विषय है।
विधवा महिला खेमा बाई ने आरोप लगाया है कि उसकी निजी 80 डेसिमल जमीन पर अवैध कब्जा कर वेयर हाउस बनाया जा रहा है आपत्ति के बावजूद भी निर्माण कार्य नहीं रोका जा रहा है गांव के ही राठी, महेश्वरी परिवार की एक महिला के नाम से बरेली की यूको बैंक से लोन लेकर वेयर हाउस का निर्माण कराया जा रहा है अपनी जमीन वापस पाने के लिए महिला दर दर भटक रही है। भूमि का सीमांकन आर आई और पटवारी द्वारा किए जाने के उपरांत तहसीलदार ने निर्माण कार्य बंद करने का और यथास्थिति बनाए रखने का स्टे दे दिया उसके बावजूद भी वेयरहाउस का निर्माण कार्य चालू है । बरेली के यूके बैंक में भी फरियादि ने आवेदन दिया है उसके बाद भी बैंक ने किस्त निकाल दी । दबंगों को न्यायालय तहसीलदार के स्टे का भी नहीं कोई डर नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि खेमाबाई के पति सीताराम लोधी5 साल पहले खत्म हो गए थे दो बच्चीयों की शादी हो गई चार एकड़ से कम जमीन के सहारे ही विधवा महिला अपने परिवार का जीवन यापन कर रही थी लेकिन किसी तरह सांठगांठ करके राठी एवं महेश्वरी परिवार द्वारा विधवा महिला की 80 डेसीमल जमीन पर कब्जा कर वेयरहाउस का निर्माण रात दिन शुरू करा दिया । न्यायालय तहसीलदार के स्टे का पालन नहीं करने पर संबंधित के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई भी अमल में नहीं आई है जबकि कंटम आफ कोर्ट के तहत संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज होना चाहिए पर ऐसा नहीं हुआ है। आगामी पेशी 28 मार्च सुनिश्चित की गई है विधवा महिला ने प्रदेश के मुखिया से गुहार लगाई है कि दबंगों से उसकी 80 डेसीमल भूमि जो सीमांकन में उसकी निकल रही है वापस दिलाई जाए और निर्माण किए गए वेयरहाउस को जमी दोज कराया जाए।