उदयपुरा रायसेन। मंशापूर्ण हनुमान मंदिर सिलारी कला पहुंची मानस यात्रा मंदिर प्रांगण में हुआ सत्संग, उत्साहित ग्राम वासियों ने विद्वानों का किया फूल मालाओं से स्वागत, सत्संग सभा में मानस ग्रंथ के पूजन पश्चात आचार्य सुरेंद्र कुमार शास्त्री ने प्रसंग की व्याख्या करते हुए, बताया कि रावण वध के बाद प्रभु श्री राम का अयोध्या आगमन पर आयोजित राज्याभिषेक पर महादेव शिव जी द्वारा की गई स्तुति में शिव जी ने प्रभु श्री राम से विनय पूर्वक बार-बार एक ही वरदान मांगा, की वह प्रभु श्री राम के चरण कमल की अचल भक्ति और राम के भक्तों का सत्संग उन्हें प्राप्त होता रहे, प्रभु श्री राम को महादेव गुण शील और कृपा के परम कारक मानते हैं ,तथा जन्म- मरण, सुख -दुख, राग -द्वेषादि , द्वंद- समूहों का नाश करने वाले प्रभु श्री राम है, सत्संग में राज्याभिषेक, वेद स्तुति, शिव स्तुति और निषाद की विदाई, आदि का वर्णन मानस प्रवक्ता धर्माधिकारी राजेंद्र प्रसाद, नर्मदा प्रसाद रामायणी, रामनरेश शास्त्री, सचिन कृष्ण शास्त्री, देवव्रत राजोरिया, योगेश पांडे एवं केशव प्रसाद तिवारी द्वारा बड़े रोचक तरीके से किया गया।
यात्रा संयोजक चतुर नारायण रघुवंशी द्वारा मंच संचालन के साथ आगामी कार्यक्रम ग्राम धौलश्री में होने की घोषणा की ,मंदिर समिति व्यवस्थापक राज किशोर कौरव द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया, कार्यक्रम में मानस ग्रंथ मंगल आरती में श्याम मालानी, निरंजन राजपूत, अनिरुद्ध सिंह, टोडल सिंह बिट्टू भैया, गुलजार कौरव, विनोद कौरव, उमाशंकर मास्टर, कंछेदी लाल सरपंच, सोवरन सिंह लोधी, नेतराम कौरव पूर्व जिला पंचायत सदस्य, घनश्याम पवैया, ओमकार कौरव शिक्षक, राजेश भार्गव, आनंद,आदित्य, प्रेम शंकर चंदेल, अमर सिंह लोधी, बलदेव रघुवंशी, डीपी पाठक, वीरेंद्र पटेल, जीवन राय, मुन्ना धाकड़, प्रदीप, नितिन रघुवंशी, इंद्र कुमार महेरे, अंकुर, कीरत विश्वकर्मा, मथुरा सेन, सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण कर प्रसाद ग्रहण किया।