श्योपुर कूनो नेशनल पार्क में कालर आइडी से संक्रमण फैलने से चीतों की मौत होने की बात सामने आने के बाद विशेषज्ञों व डाक्टरों की टीम द्वारा सभी चीतों के स्वास्थ्य परीक्षण की प्रक्रिया शुरू की गई है। शनिवार को पावक नर चीता को पकड़कर बाड़े में बंद किया गया और उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। अधिकारियों के अनुसार परीक्षण के दौरान पावक पूरी तरह स्वस्थ पाया गया। मुख्य वन जीव संरक्षक ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि अगले स्वास्थ्य परीक्षण तक पावक को बाड़े में ही रखा जाएगा। फिलहाल बाड़े में 11 चीते बंद हैं, जिनमें छह नर और पांच मादा हैं। अब तक छह चीतों की कालर आइडी हटाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है।
कहीं राजस्थान के मुकुंदरा न भेजने पड़ जाएं
गांधीसागर की तैयारियों और उच्चतम न्यायालय के हाल ही में आए निर्देशों को देखते हुए आशंका है कि कुछ चीतों को राजस्थान के मुकुंदरा टाइगर रिजर्व भेजने का निर्णय लिया जा सकता है। दरअसल, मुकुंदरा ही है, जो चीतों को रखने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उधर, कालर आइडी से गर्दन में घाव के चलते चीतों का बुरा हाल है। पार्क के सूत्र बताते हैं कि मंगलवार को पकड़े गए तीन अन्य चीतों की गर्दन में भी घाव मिले हैं। हालांकि वे गंभीर नहीं है और उनका भी इलाज किया जा रहा है।
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