इंदौर। अंतत: तय तारीख से आठ दिन के विलंब के बाद शनिवार दोपहर दक्षिण-पश्चिम मानसून ने बालाघाट, अनूपपुर जिलों के रास्ते प्रदेश में दस्तक दे दी है। 13 साल में तीसरी बार 24 जून को प्रदेश में मानसून आया है। शनिवार को इंदौर में रुक-रुककर वर्षा का दौर दिनभर जारी रहा। 24 घंटे में करीब तीन इंच वर्षा दर्ज की गई है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर तीन मौसम प्रणालियां बनी हुई हैं। अरब सागर, बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी मिलने से अगले 48 घंटों के दौरान मानसून प्रदेश के आधे हिस्से को कवर कर सकता है। मौसम विज्ञानियों ने मुताबिक, इंदौर में अगले दो दिन मध्यम से भारी वर्षा की संभावना है। इधर, रविवार को उज्जैन, भोपाल, सागर, नर्मदापुरम, शहडोल, रीवा, और जबलपुर संभाग में तेज वर्षा होने की संभावना है। रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला पांच दिनों तक चल सकता है। इस दौरान आलीराजपुर, झाबुआ एवं सागर में भारी वर्षा की चेतावनी भी जारी की गई है। कई जिलों में शनिवार को वर्षा हुई।
चार-पांच दिन चल सकता है वर्षा का दौर
पूरे प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला चार-पांच दिन तक बना रह सकता है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। 26 जून तक राजधानी सहित प्रदेश के आधे से अधिक जिलों में मानसून छा सकता है। – ममता यादव, वरिष्ठ विज्ञानी, मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल
आज यहां वर्षा की संभावना
- इंदौर, सागर, नर्मदापुरम, शहडोल, रीवा, भोपाल, उज्जैन व जबलपुर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा होगी।
- यहां चेतावनी जारी – आलीराजपुर, झाबुआ और सागर शहर और जिले में गरज-चमक के साथ भारी वर्षा हो सकती है।
- मानसून यहां आया – शनिवार को बालाघाट, सिवनी, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, सिंगरौली जिलों में पहुंचा।
13 वर्षों में मप्र में कब आया मानसून
वर्ष – मप्र
2011 – 17 जून
2012 – 19 जून
2013 – 10 जून
2014 – 19 जून
2015 – 14 जून
2016 – 19 जून
2017 – 22 जून
2018 – 24 जून
2019 – 24 जून
2020 – 15 जून
2021 – 10 जून
2022 – 16 जून
2023 – 24 जून
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