भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच डब्ल्यूटीसी फाइनल आज (बुधवार) से शुरू होगा। ओवल मैदान पर पहली बार टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जा रहा है। 2021 का फाइनल मुकाबला साउथैप्टन में भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था। इसमें न्यूजीलैंड ने 8 विकेट से जीत हासिल की थी। ओवल मैदान में 140 से ज्यादा टेस्ट मैच खेल जा चुके हैं। पहली बार जून में टेस्ट मैच हो रहा है। यहां हमेशा सितंबर में मैच खेले जाते हैं।
ओवल स्टेडियम से जुड़ी खास बातें
केनिंग्टन का ओवल लंदन का फेमस इंटरनेशनल क्रिकेट मैदान है। इसकी क्षमता 27,500 दर्शकों की है। यह स्टेडियम 1845 में बनाया गया था। सितंबर 1880 में पहली बार इस मैदान पर इंटरनेशनल मैच खेला गया है। इस ग्राउंड पर सबसे पहली डबल सेंचुरी ऑस्ट्रेलिया के बिली मरडच ने जड़ी थी। ओवल की पहली पारी का औसत स्कोर 343 है।
ओवल मैदान का टेस्ट रिकॉर्ड
सबसे बड़ा स्कोर
ओवल में सबसे बड़ा स्कोर इंग्लैंड ने 1938 में बनाया था। इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 विकेट खोकर 903 रन बनाए थे। लियोनार्ड हटन ने 364 रन की पारी खेली थी। इंग्लैंड ने ये मैच एक पारी और 579 रन से अपने नाम किया था।
सबसे कम स्कोर
ओवल में 1986 में ऑस्ट्रेलिया ने सबसे कम स्कोर बनाया था। पूरी टीम 44 रन पर आउट हो गई थी। इंग्लैंड के बॉबी पील को 6 और जैक हर्न को 4 सफलता मिली थी।
सबसे ज्यादा विकेट
इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी इयान बॉथम के नाम ओवल मैदान पर सबसे ज्यादा विकेट हैं। उन्होंने 11 टेस्ट मैचों में 52 विकेट लिए हैं।
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