कर्नाटक में राजनीतिक उठापटक का दौर जारी है। चुनाव परिणाम आने के 5 दिन बाद भी यहां सियासी तस्वीर साफ नहीं हो सकी है। ऐसा माना जा रहा था कि बुधवार को विधायक दल की बैठक में सीएम का नाम तय हो जाएगा लेकिन नहीं हो सका। मुख्यमंत्री के चयन में हो रहे विलंब को देखते हुए पार्टी ने घोषणा की है कि अगले 48 से 72 घंटे के बीच कर्नाटक के नए मंत्रिमंडल की तस्वीर साफ हो जाएगी। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार के सियासी दांवों ने नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर कांग्रेस नेतृत्व की मशक्कत बढ़ा दी है। पूर्व सीएम सिद्दरमैया को नई सरकार की कमान सौंपने का मन बना लेने के बावजूद पार्टी हाईकमान बुधवार को भी मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं कर पाया।
कोई भी नेता नेतृत्व के मुद्दे को लेकर बयानबाजी न करे
कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी महासचिव रणदीप सिह सुरजेवाला ने बुधवार को साफ कहा कि पार्टी का कोई भी नेता नेतृत्व के मुद्दे को लेकर बयानबाजी न करे और ऐसा करना अनुशासनहीनता मानी जाएगी। मुख्यमंत्री के चयन में हो रहे विलंब के बीच शिवकुमार और सिद्दरमैया के बीच अंदरूनी टकराव की चर्चाओं को आधारहीन बनाते हुए सुरजेवाला ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास राजाजी मार्ग के बाहर पत्रकारों से कहा कि अगले दो से तीन दिन में कर्नाटक का नया मंत्रिमंडल सबके सामने होगा।
मल्लिकार्जुन खरगे को मुख्यमंत्री चुनने के लिए अधिकृत
सुरजेवाला ने कर्नाटक कांग्रेस के दोनों दिग्गजों के मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर न्यूज चैनलों पर किए जा रहे दावों को आधारहीन करार देते हुए कहा कि फर्जी खबरों पर विश्वास नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधायक दल की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को मुख्यमंत्री चुनने के लिए अधिकृत किया गया है और वे विधायक दल का नेता नियुक्त करने को लेकर विचार-विमर्श कर रहे हैं।
यूं चला बैठकों का दौर
बुधवार सुबह सिद्दरमैया दस जनपथ पहुंचे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से मुलाकात की – इसके कुछ समय बाद ही शिवकुमार भी राहुल गांधी से मिलने पहुंचे और दोनों में करीब घंटे भर बातचीत हुई। – फिर खरगे ने अपने राजाजी मार्ग स्थित आवास पर राहुल गांधी, रणदीप सुरेजवाला, केसी वेणुगोपाल संग शिवकुमार के साथ करीब दो घंटे बैठक की लेकिन सीएम पर सहमति नहीं बनी।
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