मुख्य मार्गों से निकली जन्म कल्याणक पर श्रीजी की विमान शोभायात्रा
सुरेन्द्र जैन रायपुर
सांकरा निको सिलतरा। संसार को सत्य अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले जियो ओर जीने दो का शुभ सन्देश देने वाले चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक सांकरा निको में भक्ति भाव के साथ मनाया गया जियो ओर जीने दो के शुभ सन्देश से गांव के गलियारे गूंज उठे।
सांकरा निको स्थित श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मन्दिर जी मे सुबह सर्वप्रथम नीलेश जैन(जबलपुर वाले) आशीष जैन(गीदम वाले) सुरेन्द्र जैन द्वारा भगवान की प्रतिमाओ का प्रक्षाल व अभिषेक किया गया ततपश्चात विशेष पूजन हुई।
भक्ति में झूमते निकली विमान शोभायात्रा
सांकरा जैन मंदिर जी से भगवान महावीर स्वामी की विमान शोभायात्रा शुरू हुई समाज के बच्चे सफेद पोशाक में टोपी लगाकर तो वहीं महिलाएं केशरिया साड़ी में शामिल हुई समाज के पुरुष वर्ग शुद्ध केशरिया धोती दुपट्टा में नँगे पैर श्रीजी का विमान लेकर चले भगवान की भक्ति करते हुए भगवान महावीर स्वामी का शुभ सन्देश जियो ओर जीने दो के जयघोष लगाते हुए शोभायात्रा मुख्य मार्गों से होते हुए समाज के लोगो के घरों के सामने से गुजरी तो हर घर देशी घी के दीप से भगवान की आरती की गई खुशी में समाज के लोगो ने नाचते हुए भक्ति प्रदर्शित की।
शुद्ध धोती दुपट्टा में नँगे पैर ही श्रीजी का विमान लेकर चलते है
जैन समाज मे यह नियम है कि जो कपड़े हम घर मे पहनते है उन्हें पहने हुए कभी भगवान की प्रतिमा को छू भी नहीं सकते न विमान जी उठा सकते जिस विमान में तीनों लोकों के नाथ तीर्थंकर भगवान विराजमान हैं उस विमान को शुद्ध धुले केशरिया धोती दुपट्टा नहाने के बाद पहनकर ही मन्दिर जी में पूजन अभिषेक ओर विमान को उठाते हैं यदि कोई पेंट शर्ट पहने वाला व्यक्ति छू ले तो फिर वह धोती दुपट्टा वाला व्यक्ति भी भगवान के विमान को नहीं उठा सकता न ही पुजना अभिषेक कर सकता सांकरा जैन समाज ने इस नियम का पालन करते हुए शुद्ध वस्त्रों में धोती दुपट्टा में ही भगवान के विमान को नगर भृमन कराया और अहिंसा जीवदया धर्म की प्रभावना की समाज के संरक्षक सुरेन्द्र जैन बेगमगंज, अध्य्क्ष नीतेश जैन उपाध्यक्ष सुरेन्द्र जैन पत्रकार बाड़ी वाले,आशीष जैन उर्फ राजू , आशीष जैन गुलाब चंद जैन गीदम आजाद जैन, डीसी जैन,गोलू जैन ,अमित जैन सुनील जैन नीलेश जैन निर्देश जैन अनुभव जैन भानू जैन बिक्की जैन सहित समाज के सभी लोग एवं महिला मण्डल सामयिक हुए।
जन्माभिषेक हुआ
मन्दिर जी मे श्रीजी की विमान शोभायात्रा वापस पहुचने के बाद भक्ति भाव के साथ भगवान का जन्माभिषेक हुआ पूजन हुई समाज के लोगो ने भगवान का पलना भी झुलाया