यूरोपियन देश कोविड-19 के वैरिएंट ओमिक्रान के सब वैरिएंट एक्सबीबी 1.15 व एक्सबीबी 1.16 संक्रमण से ग्रस्त हैं। देश में एक्सबीबी 1.16 वैरिएंट के केस सामने आ रहे हैं। जांच के दौरान कई नमूनों में नए वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। कर्नाटक में नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। इसके संक्रमण की मुख्य वजह प्रभावित देशों से आवागमन है। नए वैरिएंट से बचने के लिए जरूरी है कि सभी अपनी बूस्टर डोज लगवा लें। क्योंकि संक्रमण के फैलने तक सभी में एंटीबॉडी लड़ने के लिए तैयार हो जाएंगी।
साथ ही जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है या जिनकी डोज पूरी नहीं हुई हैं, उनको अधिक ध्यान देने की जरूरत है। सभी संक्रमण से बचने के लिए अपनी बूस्टर डोज लगवा लें। नौ माह के अंतराल पर मरीज को बूस्टर डोज लगाई जाती है। एक्सपर्ट ने बताया कि कोरोना वायरस के वैरिएंट आते रहेंगे, इससे बचाव के लिए टीकाकरण जरूरी है। वैक्सीन किसी भी ब्रांड की हो, बस लगा होना जरूरी है।
नेजल ड्रॉप के आने तक न करें इंतजार
कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण जरूरी है। एक्सपर्ट का कहना है कि नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। सुई से डरने वाले नेजल ड्रॉप के आने का इंतजार न करें। सभी अपनी बूस्टर डोज लगवा कर स्वयं को व दूसरों को सुरक्षित रखें। जब नेजल ड्रॉप उपलब्ध हो जाएगी तो उसे प्रयोग में ले सकते हैं। क्योंकि संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर में एंटीबॉडी का होना जरूरी है।
संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर में एंटीबॉडी का होना जरूरी
कोरोना के पुराने लक्षण से मेल खाते हैं नए वैरिएंट के लक्षण ओमिक्रोन के सब वैरिएंट से संक्रमित होने वाले मरीजों को कोरोना के लक्षणों की तरह सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान, गले में खराश, नाक बहना और खांसी आदि शामिल हैं। यही लक्षण वायरल, इन्फ्लूएंजा में भी हैं। नए वैरिएंट में पेट दर्द, बेचैनी, दस्त हो सकते हैं। इस वैरिएंट के फैलने की क्षमता काफी अधिक है।
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