शिवलाल यादव रायसेन
माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपालद्वारा आयोजित की जा रही हाईस्कूल और हायर सेकंडरी की परीक्षाएं अंतिम दौर में पहुंच गई हैं। ऐसे में अब इन परीक्षा का मूल्यांकन किया जाएगा। रविवार से पहले चरण का मूल्यांकन शुरु हो गया है। जिला मुख्यालय स्थित शास. उत्कृष्ट उमावि पाटनदेव रायसेन को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। इस बार मूल्यांकन केंद्र की मॉनिटरिंग भोपाल से होगी। यह पहला मौका है जब माशिमं भोपाल द्वारा मूल्यांकन केंद्र के प्रत्येक कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने यहां 25 कक्षों में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, जबकि पूरे स्कूल परिसर में पहले से ही सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं।
पहले चरण में 16 मार्च तक हुई परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन होगा…..
डीईओ एमएल राठौरिया प्रभारी एक्सीलेंस स्कूल पर प्राचार्या व मूल्यांकन अधिकारी स्वाति चौहान शिक्षक विवेक माहेश्वरी ने बताया कि इसके लिए जिलेभर से 450 शिक्षकों का चयन किया गया है। पहले दिन रविवार को सुबह 2 घंटे मूल्यांकनकर्ताओं को मूल्यांकन के नियम समझाए गए।इसके बाद शिक्षकों से मूल्यांकन करवाया गया। हालांकि पहले दिन मूल्यांकन के लिए कम ही शिक्षक पहुंचें।
इसके साथ ही परीक्षाओं के दौरान भी मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों की कमी रहेगी। माशिमं भोपाल द्वारा आयोजित परीक्षा की उत्तर-पुस्तिकाओं का मूल्यांकन बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस कार्य में लापरवाही होने पर संबंधित के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। माशिमं के सचिव द्वारा जारी पत्र के अनुसार मूल्यांकन में त्रुटि होने पर मूल्यांकन अधिकारी, मुख्य परीक्षक, उप मुख्य परीक्षक तथा मूल्यांकनकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
निर्देश में ये लिखा… पिछली बार अनुक्रमांक लिखने में गलतियां थीं इस बार न हों…..
बोर्ड ने मूल्यांकनकर्ताओं के लिए जो निर्देश जारी किए हैं उसमें लिखा है कि पिछले वर्षों में मूल्यांकन के बाद अंको की प्रविष्टि करते समय रोल नंबर के अंतिम पांच अंकों का मिलान ढंग से नहीं किया जाता है। वास्तविक रोल नंबर के अंक किसी अन्य रोल नंबर के साथ जोड़ दिए जाते हैं, उससे रिजल्ट जारी करने में परेशानी होती है और गलतियां भी हो जाती हैं। जिसकी वजह से रिजल्ट भी गलत जारी होने की आशंका रहती है। इसलिए इस तरह की गलती कतई न की जाए।
90 प्रतिशत से ज्यादा अंक वालों की कॉपियां दो बार चैक होंगी…..
मूल्यांकन अधिकारी स्वाति चौहान ने बताया कि माशिमं भोपाल ने जो दिशा निर्देश जारी किए हैं उनमें स्पष्ट है कि 90 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले विद्यार्थियों की कॉपियां दो बार चैक की जाएंगी। इसी तरह जिन विद्यार्थियों को 0 अंक आएंगे उनकी कॉपियां भी दो बार चैक करवाई जाएं। मूल्यांकन दो राउंड में होगा। मूल्यांकनकर्ता को प्रत्येक दिन कम से कम 30 और अधिकतम 45 कॉपियों का मूल्यांकन करना होगा। मूल्यांकन के तुरंत बाद ही अंकों का ऑनलाइन प्रेषण किया जाएगा।