भोपाल । मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट का भोपाल और इंदौर में तेजी से काम चल रहा है, ताकि दोनों शहरों में अगस्त-सितम्बर तक प्रायोरिटी कॉरिडोर पर ट्रायल रन लिया जा सके। अभी प्रायोरिटी कॉरिडोर पर भी पटरियां बिछाने से लेकर ट्रायल रन की तैयारियां की जा रही है। वहीं मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने तय किया है कि स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों को भी मेट्रो ट्रेन के ऑपरेशन से जुड़ी सभी जानकारी दी जाएगी और अभी चल रहे कार्य का भी अवलोकन कराएंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बी कोच निर्माण शुरू होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने मेट्रो ट्रेन की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा रहने के साथ भोपाल और इंदौर में जल्द इसकी सौगात मिलने की बात भी कही। दरअसल भोपाल और इंदौर में अभी ट्रायल रन के लिए एक-एक ट्रेन कम्पनी द्वारा तैयार कर भिजवाई जाएगी। एक ट्रेन में तीन-तीन कोच रहेंगे और प्रत्येक कोच में 970 यात्री एक बार में सफर कर सकेंगे। इस तरह तीन कोच वाली एक ट्रेन में एक वक्त में 2910 यात्री सफर करेंगे।
प्रति घंटा एक लाख यात्रियों को सफर कराने की स्थिति
भोपाल में अभी पहला चरण मेट्रो का तैयार किया जा रहा है। क्षमता के मुताबिक तो प्रति घंटा एक लाख यात्रियों को सफर कराने की स्थिति है, लेकिन भोपाल की आबादी के मान से अभी इतनी बड़ी संख्या में यात्री नहीं मिलेंगे और लम्बे समय तक मेट्रो प्रोजेक्ट घाटे में ही रहेगा। दूसरी तरफ मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने तय किया है कि इंदौर-भोपाल में स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों को मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट की जानकारी दी जाए। इस नई तकनीक को समझाने के लिए स्कूली बच्चों को पूरे प्रोजेक्ट को दिखाया जाएगा। इस संबंध में मेट्रो रेल कार्पोरेशन के एमडी मनीष सिंह का कहना है कि स्कूली बच्चों से लेकर कॉलेज के बड़े विद्यार्थियों को मेट्रो के प्रति जागरूक करने और उसके निर्माण की प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी। प्रोजेक्ट का भ्रमण कराने, मेट्रो स्टेशन, एंट्री, एग्जिट पाइंट, क्यूआर कोड से गेट खुलने सहित जो नई तकनीक इस्तेमाल की जा रही है उससे अवगत कराया जाएगा। एक कोच की यात्री क्षमता 970 तय की गई है, जो कि 16 टन का भार वहन कर सकेगी।
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