पिछले 15 दिन से काली पट्टी बांधकर कर रहे काम:आक्रोशित 950 संविदा स्वास्थ्य कर्मी गुरुवार को रहे सामूहिक अवकाश पर
शिवलाल यादव रायसेन
रायसेन जिले के लगभग 950 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी 23 फरवरी गुरुवार को सामूहिक अवकाश पर रहे।इसके पूर्व अवकाश की सूचना मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी वित्तमंत्री,अपर मुख्य सचिव,मिशन संचालक एनएचएम, सीएमएचओ डॉ दिनेश खत्री तथा सभी बीएमओ को दे दी गई है। ये संविदा कर्मी पिछले 15 दिन से काली पट्टी बांधकर काम कर रहे थे। बताया गया कि उनकी मांगें पूरी नहीं हाेने संबंधी आदेश नहीं आने के कारणा फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की तैयारी प्रदेश के 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मी कर रहे हैं।
एनएचएम संविदा कर्मचारी संघ रायसेन की जिला अध्यक्ष शिवलता चौहान, डीपीसी डॉ आरती गंगवार ने बताया कि 15 दिसंबर से प्रदेश के 32 हजार और रायसेन जिले के तकरीबन950 संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने नियमित किए जाने , 5 जून 2018 की नीति में स्वीकृत 90 प्रतिशत समकक्ष वेतन का लाभ दिए जाने, अप्रेजल के नाम पर निकाले गए संविदा कर्मचारियों की वापसी सहित दो अन्य मुद्दों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की थी।
22 दिन चली थी हड़ताल….
संघ की जिलाध्यक्ष शिवलता चौहान ने बताया कि 22 दिन तक चली हड़ताल में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी तथा स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों द्वारा एक माह में मांगें पूरी किए जाने का आश्वासन दिया गया था। पौने दो माह बीत जाने के बाद भी किसी भी मांग पर स्वीकृति आदेश जारी नहीं किए गए। हड़ताल के दौरान नेतृत्व करने वाले संविदा पदाधिकारियों पर भोपाल पुलिस द्वारा बनाए गए झूठे आपराधिक प्रकरणों को वापस नहीं लिया गया। इस कारण संविदा स्वास्थ्य कर्मी सरकार के विरूद्ध आक्रोशित हैं। संविदा कर्मचारियों ने 23 फरवरी का सामूहिक अवकाश लेकर काम बंद हड़ताल का एलान कर दिया है। इससे विभाग में फिर से हड़कंप मच गया है। मध्यप्रदेश के 32 हजार कर्मचारी हैं जो हड़ताल करेंगे।
रैली लेकर पहुंचे सिविल सर्जन आफिस सौंपा ज्ञापन….
गुरुवार को एनएचएम,संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी एकजुट होकर रैली लेकर सिविल सर्जन के कार्यालय पहुंचे ।यहां अपनी जायज मांगों को लेकर सिविल सर्जन डॉ एके शर्मा को ज्ञापन सौंपा गया है।इस मौके पर संगठन की जिला अध्यक्ष शिवलता चौहान डीपीसी डॉ आरती गंगवार ,विनय कुमार ,विनीत खरे ,संतोष कुमार विकास खरे संविदा नर्सें और स्वास्थ्य कर्मचारी मौजूद रहे।