देवेंद्र तिवारी सांची रायसेन
इन दिनों सांची में केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर दंगाइयों अपराधियों असामाजिक तत्वों सहित शांति भंग करने वालों में भय पैदा करने रेपिड एक्शन फोर्स स्थानीय पुलिस के साथ संयुक्त परिचय अभ्यास कराया जा रहा है जिससे अपराधियों दंगाइयों में खौफ पैदा हो सके तथा शांति स्थापित हो साथ ही लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ सके। स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर फोर्स ने अभ्यास शुरू कर दिया है यह अभ्यास एक फरवरी से शुरू होकर मार्च तक चलाया जाएगा।
जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर रेपिड एक्शन फोर्स बी/107 बटालियन की एक प्लाटून श्री जगदीश प्रसाद बलाई कमांडेंट 107 बटालियन के निर्देश पर अमन कुमार सहा कमा, के नेतृत्व में एक फरवरी से सात मार्च 23 तक जिले के सभी थानों में परिचय अभ्यास सहा कमा, के नेतृत्व में कराया जा रहा है श्री अमन कुमार ने बताया कि प्लाटून की नफरी सहा कमा 02 अधीनस्थ अधिकारी 14 अन्य सैनिक 56कुल 72 लोग उपस्थित हैं रेपिड एक्शन फोर्स का गठन वर्ष 1992 में किया गया था इस रेपिड एक्शन फोर्स का उद्देश्य दंगा अथवा दंगे जैसी परिस्थिति आने पर इससे निपटने के लिए किया गया था जिससे विभिन्न स्थानों पर दंगाइयों से निपटा जा सके। तथा उस समय की परिस्थितियों से निपटा जा सके । प्रदेश भर में किसी भी प्रकार की घटनाएं घटित होने पर उन पर काबू पाया जा सके । देशभर में विभिन्न प्रदेशों में विभिन्न स्थानों पर 15 बटालियन तैनात की गई है तथा मप्र के जिला भोपाल में भी 107 बटालियन को तैनात किया गया है। इस अभ्यास की जानकारी देते हुए श्री अमन कुमार ने बताया कि अभ्यास के दौरान क्षेत्र की भोगोलिक सामाजिक धार्मिक राजनैतिक इत्यादि जानकारी एकत्रित करना एवं क्षेत्र की जनसंख्या साक्षर निरक्षरता सामुदायिक दृष्टि से संवेदनशील अति संवेदनशील क्षेत्रों में बलवाइयों दंगाइयों की सूची तैयार की जाना ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की बलवाई दंगाई साम्प्रदायिक तनाव स्थिति निर्मित होने पर किस प्रकार उसपर नियंत्रण किया जाये तथा इस पर विचार किया जाता है ।
इसी तारतम्य में आज सांची थाना अंतर्गत परिचय अभ्यास किया गया एवं फ्लेग मार्च किया गया।यह इसलिए किया जाता है कि क्षेत्र में किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में सिविल प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों के साथ सामंजस्य स्थापित कर विपरीत परिस्थितियों से निपटा जा सके। जिससे लोगों में पुलिस एवं प्रशासन पर विश्वास पैदा हो सके । उन्होंने बताया कि इस बल की 15 बटालियन देश के विभिन्न क्षेत्रों प्रदेशों में संवेदनशील क्षेत्र में लगी हुई है तथा 107 बटालियन प्रदेश के सभी जिलों में है ग्रामीण क्षेत्रों में भी अभ्यास दल सामाजिक संगठनों राजनैतिक दलों जीवन रक्षक संस्थानों की जानकारी भी रखेगा तथा क्षेत्र के मानचित्र भी तैयार किए जाएंगे जिससे विपरीत परिस्थितियों में तत्काल पहुंचा जा सके । तथा शांति स्थापित की जा सके ।