बड़वानी। बुधवार को शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बडवानी के भौतिक शास्त्र विभाग द्वारा “नैनो टेक्नोलॉजी- एक नया दृष्टिकोण” विषय पर एक दिवसीय वेबीनार का आयोजन किया गया| बेबिनार में वर्त्तमान समय में विभिन्न क्षेत्रों में नैनो की टेक्नोलॉजी की उपयोगिता एवं आवश्यकता पर चर्चा हुई। वेबीनार में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. जितेंद्र त्रिपाठी, प्राध्यापक, IPS एकेडमी, इंदौर थे I डॉ. त्रिपाठी ने वर्तमान समय में नैनो टेक्नोलॉजी की आवश्यकता को समझाया I उन्होंने बताया कि, वर्तमान युग नैनो टेक्नोलॉजी का युग हैं। वैसे तो नैनो टेक्नोलॉजी बहुत पहले से ही हमारे बीच उपस्थित है लेकिन जानकारी के अभाव में हम अब तक इससे अनभिज्ञ थे। उन्होंने नैनो टेक्नोलॉजी का दैनिक जीवन में उदाहरण देते हुए बताया कि कमल की फुल पर नैनो कणों की महीन परत होती हैं जिससे पानी उसकी पत्तियों पर नहीं टिक पता हैं, मोर के पंखो का चटक रंग भी नैनो कणों की उपस्थिति के कारण ही दिखाई देता हैंI वेबीनार में अध्यक्षीय उद्बोधन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एन. एल. गुप्ता ने दिया I विभागाध्यक्ष तथा बेबीनार के संयोजक डॉ. श्याम नाईक ने बताया कि, वेबीनार स्नातक व स्नातकोत्तर के विद्यार्थीयों, रिसर्च स्कालर तथा फैकल्टी के लिए अत्यंत उपयोगी था I कार्यक्रम का संचालन प्रो.कपिल अहीरे ने किया I वेबीनार में प्रो.रेवल सिंह खरत, प्रो.अर्पिता पटेल, प्रो.सपना तिवारी, प्रो.निकिता कर्मा, प्रो. प्रभव दुबे, श्री दिनेश नरगावे, श्री देवकृष्ण कोचे एवं श्री विजय सोराडा सहित 250 से अधिक प्रतिभागी उपस्थित थे I