Let’s travel together.

सांची जनपद के मुश्काबाद गांव में नल-जल योजना ठप, टंकी बनी शोपीस ट्यूबवेल के सहारे पूरा गांव

0 115

पानी की टंकी तो बना दी नही बिछाई पाइप लाइन
-पीने के पानी के लिए जद्दोजहद कर रही हैं महिलाएं
-ज़िम्मेदार पीएचई विभाग नही दे रहा ध्यान

सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट

सरकार ग्रामीण अंचलों में जल जीवन मिशन के तहत हर घर में पानी पहुंचाने का दावा कर रही है। जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है। आज भी अनेकों गांव पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। हालात यह है कि दूर-दूर से पीने का पानी लाकर प्यास बुझा रहे हैं। सर्दी के मौसम के दौरान भी क्षेत्र में जल संकट की स्थिति बनने लगी है।ऐसा ही कुछ हाल है सांची विकासखंड के गांव मुश्काबाद में पिछले कई सालों से पीने के पानी की एक एक बूंद के लिए ग्रामीणों को संघर्ष करना पड़ता है। गांव पहाड़ी किनारे ऊंचाई पर बसा हुआ है। गांव की महिलाओं को काफी नीचे से पानी को हैंडपंप या ट्यूबवेल से भरकर ऊंचाई पर लाना पड़ता है। पानी की एक-एक बूंद के लिए महिलाओं को प्रतिदिन जद्दोजहद करना पड़ती है। गांव में पीने के पानी के लिए पीएचई विभाग द्वारा नल जल योजना की स्वीकृति मिली। जैसे तैसे गांव में पानी की टंकी बनी तो ग्रामीणों ने राहत की सांस ली कि अब समस्या का समाधान हो जाएगा। लेकिन पानी की समस्या वहीं की वहीं है। जानकारी होने के बाद भी ज़िम्मेदार अधिकारी इस और ध्यान नही दे रहे हैं।

टंकी 10 महीने बीत जाने के बाद भी बनी हुई है शो पीस:- मुश्काबाद गांव में नल जल योजना के लिए पानी की टंकी तो बना दी। लेकिन वो भी 10 महीने से शो पीस बनी हुई है। क्योंकि पाइप लाइन ही नही बिछाई गई। पीएचई विभाग के ठेकेदार का कोई अता पता नहीं है। जिससे ग्रामीणों के अरमानों पर पानी फिर गया है। और नल जल योजना ठप पड़ी हुई है। ग्रामीणों को पानी के लिए हैंडपंप या ट्यूबवेल से पानी लाने को मजबूरी बनी हुई है। इतना ही नहीं पानी के नंबर को लेकर महिलाएं आपस में उलझते हुए देखी जा रही है। नल जल योजना के तहत बनाई गई पानी टंकी शो-फीस बन गई हैं। ग्रामीण पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। सरकार ने गांव में पानी की समस्या से निपटने के लिए कुछ ही माह पूर्व लाखों रुपया खर्च कर पानी टंकी का निर्माण कार्य किया था। लेकिन घरों तक पानी भेजने के लिए पाइप लाइन अब तक नही बिछाई गई है। पीएचई विभाग के ठेकेदार का अधूरा काम करने के बाद अब तक कोई पता नहीं है। कई बार शिकायत करने के बावजूद भी पीएचई अफसर व कर्मचारी घर घर तक पानी नही पंहुचा पा रहे हैं। महिलाओं को परेशानी से मुक्ति नहीं दिला पा रहे है। ग्रामीणों के अनुसार नल जल योजना पूरी होने का दावा तो किया जाता है पर जमीनी हकीकत कुछ और ही समाने नजर आ रही है। पेयजल को लेकर ग्रामीण मांग कर चुके हैं। लेकिन ग्रामीणों की मांग को तवज्जो नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते ग्रामीण पेयजल के लिए हैंडपंप या ट्यूवबेल पर निर्भर बने हुए हैं।

सीएम के संकल्प पर अफसर फैर रहे पानी-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 2023 तक सभी गांवों में नल से जल पहुंचाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गांवों के विकास के साथ-साथ लोगों के कल्याण के लिए, उनके विकास के लिए भी प्रमुखता से काम किया जा रहा है। सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर में नल से जल पहुंचाने का काम बड़े जोर शोर से किया जा रहा है कि महिलाओं को पानी की समस्या से निजात मिलेगी। उन्हें घर पर ही नल से पानी उपलब्ध होगा, कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं होगी। लेकिन मुश्काबाद में ऐसा नहीं हो रहा है । पीएचई विभाग के ज़िम्मेदार अधिकारी सरकार की जल जीवन मिशन योजना को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। और लाखों रुपए बर्बाद करके निर्माण कार्यों को शो पीस बनाया जा रहा है। जिसकी वजह से गांव की महिलाओं को पहाड़ से नीचे आकर पानी भरना पड़ रहा है।

इनका कहना है
गांव की जनता पानी के लिए परेशान रहती है। गांव में हैंडपंप और ट्यूबबेल तो हैं। लेकिन पानी हमारे घर तक नही पहुंच पा रहा है। महिलाएं व बच्चों को पहाड़ से नीचे आकर सुबह से ही पानी के लिए परेशान होना पड़ता हैं। नलजल योजना में पानी की टंकी तो बन गई। लेकिन आज तक शुरू नही हो पाई। पाइप लाइन बिछने को आई थी। बाद में वो भी उठाकर ले गए। अगर शीघ्र ही हमारी समस्या का समाधान नही हुआ तो हम आंदोलन करेंगे।
जाहिदा बी, स्थानीय महिला मुश्काबाद।

पानी भरने के चक्कर में हम लोग मजदूरी करने नही जा पा रहे हैं। गांव में हैंडपंप ट्यूबबेल हैं जो लगभग पचास घरों के पीने के पानी का सहारा है। गांव में टँकी बनी तो हम लोग खुश हुए की अब पानी की समस्या समाप्त हो जाएगी। लेकिन समस्या वहीं की वहीं है।
सुमेर बाई, स्थानीय महिला मुश्काबाद।

मुश्काबाद गांव में 1 हैंडपंप वा 1 ट्यूबवेल है। लेकिन हैंडपंप का पानी पीने योग्य नही है उसमें से कभी कभी लाल पानी आने लगता है। पूरा गांव हैंडपंप के सहारे अपनी प्यास बुझा रहा है। नलजल योजना से पानी की टंकी तो बना दी गई वो भी 10 महीने से शो पीस बनी हुई है। क्योंकि पानी की पाइप लाइन नही बिछाई गई। ज़िम्मेदार अधिकारी इस और ध्यान नही दे रहे हैं। जिसकी वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
राजेंद्र विश्वकर्मा, स्थानीय ग्रामीण

Leave A Reply

Your email address will not be published.

उप मुख्यमंत्री ने स्वच्छता ही सेवा अभियान में श्रमदान कर स्वच्छता का दिया संदेश     |     सांची विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस आयोजित, छात्रों की उपलब्धियां गिनाई     |     TODAY :: राशिफल शनिवार 21 सितम्बर 2024     |     शारदा प्रसाद वने पिछड़ावर्ग उत्थान समिति के जिलाध्यक्ष     |     श्रम कल्याण एवं कौशल उन्नयन केंद्र सतलापुर में मनाई गई विश्वकर्मा भगवान पूजन     |     शिक्षा मंत्री द्वारा दिए अतिथि शिक्षकों के बयान पर अतिथि शिक्षकों ने जाताया आक्रोश,मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन     |     कांग्रेस ने किसान न्याय यात्रा निकाली,ट्रेक्टर पर सवार होकर पहुंचे कलेक्ट्रेट,ज्ञापन सोपा     |     सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाले शासकीय कर्मचारी को तहसीलदार ने थमाया नोटिस,एक लाख रुपए का अर्थदंड भी लगाया     |     श्रुति धर्मेद्र जैन को वर्ष 2023 के प्राचार्य शंकर लक्ष्मण गोखले रजत पदक से किया सम्मानित     |     संस्कृत के विद्वान व सेवानिवृत्त प्राध्यापकों ने विश्वविद्यालय में स्वेच्छा से अध्यापन का कार्य करने की दी सहमति     |    

Don`t copy text!
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9425036811