–14 किलोमीटर पैदल चलकर खिरिया वाली माता मंदिर कटसारी गांव में होगा चुनरी यात्रा का समापन
सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट।
नगर में रविवार 2 अक्टूबर को श्री नव दुर्गा उत्सव समिति कटसारी के तत्वाधान में विशाल चुनरी पगयात्रा एवं महाआरती का आयोजन किया गया है। विशाल चुनरी पगयात्रा रविवार सुबह 10 बजे द्वारकाधीश मंदिर से प्रारंभ होकर त्रिमूर्ति चौराहा, मेढ़की, रतनपुर गिरधारी, खामखेड़ा, बहेड़िया, धुमगिरी होते हुए मां बीजासेन खिरिया वाली माता के दरबार कटसारी पहुंचेगी। और यहां खिरिया वाली माता को ग्यारह सो मीटर लंबी विशाल चुनरी अर्पित की जाएगी। एवं महाआरती के बाद यात्रा का समापन किया जाएगा।विशाल चुनरी यात्रा में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं, पुरुष व बच्चे शामिल होंगे। गौरतलब है कि नव दुर्गा उत्सव समिति कटसारी के तत्वाधान में विशाल चुनरी पगयात्रा लगातार 7 वर्षों से क्षेत्र में निकाली जा रही है। वहीं सुनारी सलामतपुर, रातातलाई और आसपास क्षेत्रों में इन दोनों नवरात्रि पर्व को लेकर लेकर भक्तों के बीच खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। नगर के विभिन्न चौराहों पर माता रानी के भव्य पांडाल सजाए गए हैं। शाम होते ही भक्तों की भारी भीड़ दर्शनों के लिए उमड़ रही है। इसके अलावा झांकी समितियों द्वारा भी बड़े ही आकर्षक व रंगीन विद्युतीकरण से माता रानी के पंडाल सजाए गए हैं। और देर रात समिति सदस्यों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
14 किलोमीटर पैदल चलकर चुनरी पदयात्रा पहुंचेगी माता के मंदिर–विशाल चुनरी पगयात्रा 2 अक्टूबर रविवार को सुबह 10 बजे द्वारकाधीश मंदिर सलामतपुर से प्रारंभ होकर लगभग 14 किलोमीटर पैदल चलकर माता के मंदिर पहुंचेगी। ये पदयात्रा त्रिमूर्ति चौराहा, मेढ़की, रतनपुर गिरधारी, खामखेड़ा, बहेड़िया, धुमगिरी गांव होते हुए मां बीजासेन खिरिया वाली माता के दरबार कटसारी पहुंचेगी। और शाम 5 बजे महाआरती के बाद पगयात्रा का समापन किया जाएगा।
थिरकते राजस्थानी ऊंट व दुल दुल घोड़ी होंगे आकर्षण का केंद्र–रविवार को निकाली जा रही विशाल चुनरी पगयात्रा में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी राजस्थानी ऊँट, नाचते घोड़े, नासिक के तासे, पंजाबी ढोल, उज्जैन के अखाड़े, इंदौरी अखाड़े, कश्मीरी टोल, महाकाली ताण्डव, शिव बारात, दुल-दुल घोड़ी, राधेकृष्ण नृत्य भोपाल, भोपाल के अखाड़ें आकर्षक का केंद्र होंगे।