इस साल शारदीय नवरात्रि पर शुक्ल व ब्रह्म योग का अद्भुत संयोग बन रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, 26 सितंबर यानी नवरात्रि के पहले दिन शुक्ल योग सुबह 08 बजकर 06 मिनट तक रहेगा। इसके बाद ब्रह्म योग शुरू होगा। ज्योतिष शास्त्र में शुक्ल व ब्रह्म में पूजा करना शुभ फलदायी माना गया है।
आश्विन मास की प्रतिपदा तिथि को नवरात्रि शुरू होते और नवमी तिथि तक चलते हैं। इसे शारदीय नवरात्रि के नाम से भी जानते हैं। नवरात्रि में नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। नौ दिनों में मां आदिशक्ति की अराधना करने के लिए लोग कलश स्थापना भी करते हैं। खास बात यह है कि इस साल शारदीय नवरात्रि के पहले दिन खास संयोग बन रहा है, जिसके कारण इस दिन का महत्व और बढ़ रहा है।
मां दुर्गा को समर्पित त्योहार नवरात्रि देश के कई हिस्सों में अलग तरीके से मनाई जाती है। नवरात्रि के त्योहार की रौनक पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, बिहार और यूपी समेत देश के कई राज्यों में देखने को मिलती है।
शारदीय नवरात्रि को धर्म की अधर्म और सत्य की असत्य पर जीत का प्रतीक माना जाता है। मां दुर्गा के हर स्वरूप की कृपा से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। माता रानी अपने भक्तों को खुशी, शक्ति और ज्ञान प्रदान करती हैं।
इस साल 2022 में शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर से शुरू होंगे, जो कि 05 अक्टूबर तक चलेंगे। साल में कुल चार नवरात्रि होती हैं जिसमें से 2 गुप्त और 2 प्रत्यक्ष नवरात्रि मनाए जाते हैं।