रायसेन। सेवा भारती कार्यालय में 11 संस्कार केंद्रों की निवेदिता भारती एवं अन्य महिलाओं को स्वदेशी झालर ( विद्युत सर्किट ) निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण पूर्व बहनों को संबोधित करते हुए राजेश भार्गव ( विभाग संगठन मंत्री सेवा भारती ) ने कहा “देश में यदि बेरोजगारी की समस्या को दूर करना है तो हमें स्वदेशी को अपनाना होगा तभी देश में व्याप्त इस समस्या का समाधान किया जा सकेगा। स्वदेशी सामान भले ही थोड़ा महंगा हो परंतु गुणवत्ता की दृष्टि से उत्तम है और इसके कारण अपने ही देशवासियों को रोजगार मिलता है।” इस अवसर अवसर पर श्रीमती किरण शेजवार ( प्रांतीय उपाध्यक्ष सेवा भारती, विदिशा विभाग ) ने कहा कि सेवा भारती द्वारा सेवा, संस्कार और समरसता के माध्यम से 11 संस्कार केंद्र प्रारंभ किए गए हैं। यह संस्कार केंद्र स्वावलंबन की प्रयोगशाला हैं। संस्कार केंद्र प्रारंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि हम अपनी माटी और मनुष्य से जुड़कर इस बार दीपोत्सव को स्वदेशी उत्सव के रुप में मनाएं। भारत का विकास, भारत के गांव के विकास समग्र रूप से बिना स्वदेशी स्वावलंबन के अधूरा है । सच्चा स्वराज भारत में तभी आएगा, जब इसी भाव से स्वदेशी वस्तुएं अपनाएंगे।
बलराम भाई पूर्णकालिक कार्यकर्ता, भोपाल द्वारा सभी बहनों को प्रशिक्षण दिया गया। उनके द्वारा निर्मित झालर ( विद्युत सर्किट ) दीपोत्सव पर बाजार में उपलब्ध रहेंगी और उससे होने वाली आय बहनों के बीच वितरित की जाएगी।
सेवा भारती की आज की बैठक में श्रीमती बबीता साहू, श्रीमती रजनी अग्रवाल, श्रीमती मनीषा अग्रवाल, हरीश मिश्र, नारायण सिंह कुशवाह, बादामी पटेल, रामप्रताप पटेल, चंद्रशेखर शर्मा, कंछेदी चक्रवर्ती, अमित विश्वकर्मा उपस्थित थे।
न्यूज सोर्स-हरीश मिश्र मीडिया प्रभारी सेवा भारती, जिला रायसेन