सुरेन्द्र जैन धरसीवा
बरतनारा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला इन दिनों भगवान भरोसे चल रहा है कुछ दिनों से बच्चे सिंर्फ़ मध्यान्ह भोजन कर स्कूल जाने आने की औपचारिकता निभाकर बिना पढ़ाई वापस आ रहे हैं।
मंगलबार को गांव की महिलाएं स्कूल पहुची तो एक भी शिक्षक नहीं था छात्र छात्राओं ने बताया कि सत्र शुरू होने के बाद कुछ दिन तो टीचर आये उसके बाद टीचरों का आना बंद हो गया ग्रामीण पूर्व सरपंच रामबाई,पंच प्रेमलता देवांगन,भारती निषाद,शांति कुंभकार,सीमा चक्रधारी,सरपंच ममता कुंभकार ने बताया कि उन्हें बच्चो ने बताया कि स्कूल में कुछ दिनों से एक भी टीचर पढ़ाने नही आ रहे यह जानकारी मिलने पर जब वह स्कूल पहुचे तो वास्तव में कोई शिक्षक नहीं थे बच्चे मध्यान्ह भोजन कर बिना पढ़ाई किये ही घर वापस आ रहे हैं इस संबन्ध में बीईओ से उनका पक्ष जानने संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उनसे चर्चा नहीं हो सकी
पूर्व में भी ग्रामीण कर चुके आन्दोलन
बरतनारा में एससीएसटी वर्ग के ग्रामीणो की संख्या अधिक है बाबजूद इसके वहां ग्रामीणो के बच्चो की शासकीय स्कूल में पढ़ाई के प्रति बर्तमान हो या पूर्व की सरकारें कभी गंभीर नजर नहीं आई है पूर्व में भी उक्त गांव के स्कूल में टीचरों के न पहुचने को लेकर ग्रामीण हंगामा तालाबंदी तक कर चुके है ।