दलालों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज
आरोपी फरार तलाश में जुटी पुलिस
सुरेन्द्र जैन धरसीवां
राजधानी रायपुर के धरसीवां ब्लॉक के धनेली गांव में सीलिंग की जमीन छुड़वाने के नाम पर किसान के साथ धोखधड़ी का मामला सामने आया है जब किसान अपनी जमीन पर कृषि कार्य करने पहुचा तो उसे ज्ञात हुआ कि दलालों ने तो उसकी जमीन ही बेंच दी है पुलिस ने दलालों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उनकी तलास शुरू कर दी है।
उपनिरीक्षक प्रियेश जॉन ने बताया कि इस मामले में जमीन दलाल सूर्य प्रकाश सिंह और लक्ष्मी पटेल के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है आरोपियों ने किसान की 3 एकड़ जमीन में से 2 एकड़ जमीन सीलिंग से छुड़वाने का झांसा देकर किसान से धोखे से इकरारनामा,वसीयत और विक्रय पत्र के दस्तावेजो पर साइन करवाकर 50 लाख में इस जमीन को बेचा है सालभर बाद खेती करने गये किसान को जमीन बिकने का पता चला तब किसान और उसके बेटों को जानकारी होने पर उनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया
*ये है पूरा मामला*
प्रार्थी कृषक जागेश्वर निषाद पिता स्वर्गीय गोविंद निषाद 73 साल वार्ड नम्बर 18 पहाडीपारा ग्राम धनेली थाना धरसींवा जिला रायपुर ने बताया कि वह खेती किसानी का काम करता है उसके नाम पर लगभग 3 एकड़ भूमि ग्राम गिरौद में स्थित हैं जिसमें से 2 एकड़ सीलिंग की भूमि थी उसे छुड़वाने के नाम पर वर्ष 2017 में पूर्व परिचित प्रकाश सिंह एवं लक्ष्मी दास पटेल से संपर्क हुआ उन्होंने छल पूर्वक मेरी जमीन हड़पने की नीयत से मुझसे संपर्क कर मुझे एवं मेरे दो बेटों को विश्वास में लेकर अनपढ़ होने का लाभ उठाकर धोखे में एक ही दिन मे उक्त भूमि का अपने नाम पर मुख्तारनामा वसीयतनामा विक्रय पत्र एवं अन्य दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा लिए ओर फिर किसी अन्य व्यक्ति को बेच कर पुनः उक्त भूमि को अन्य व्यक्ति को बेचने का सौदा कर लिया पुलिस ने पीड़ित किसान की रिपोर्ट पर धारा 420 भादवी के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया।
आरोपी दलाल
धोखाधड़ी के शिकार किसान ने बताया कि वह उसकी जमीन पर खेती किसानी का कार्य करता है उसकी उक्त जमीन ग्राम गिरौद में रखवा लगभग 3 एकड़ भूमि खसरा नंबर 635/28 रकबा 0.304 हेक्टेयर 635/31 रकबा 0.809 हेक्टेयर तथा खसरा नंबर 635/42 रकबा 0.101 कुल रकबा 1.214 जिसमें से 635/31 रकबा 0.809 हेक्टेयर सीलिंग में था।
आरोपी दलाल
*गुढ़ियारी में हुआ था दलाल से संपर्क*
पीड़ित किसान ने बताया कि दलाल सूर्य प्रकाश सिंह एवं लक्ष्मी दास पटेल मेरे से गुढ़ियारी में 2017 में मिले थे एवं मुझसे कहा कि मैं वकील हूं और आपकी सीलिंग भूमि को छुड़ा सकता हूं और आप बुजुर्ग और पढ़े लिखे नहीं हो तो मुझे दस्तावेज निष्पादन हेतु पावर (मुख्त्यार आम) दें दो तो आपको बार-बार कार्यालय आना जाना नहीं पड़ेगा और एक माह में मैं आपकी जमीन सीलिंग छुड़वा कर दे दूंगा ऐसा कह कर वह दोनों मुझे और मेरे बेटे डोमार सिंह निषाद व सुरेश निषाद जो कम पढ़े लिखे हैं को दिनांक 24.05.2017 को रायपुर पंजीयन कार्यालय ले जाकर हम तीनों से बहुत सारे दस्तावेज में हस्ताक्षर करवाए उसके बाद सूर्य प्रकाश सिंह एवं लक्ष्मी दास पटेल दोनों ने मुझसे कोई संपर्क नहीं किया।
*कृषि करने पहुचा तो खिसक गई पैरों तले से जमीन*
जब पीड़ित किसान अपनी ही जमीन पर कृषि कार्य करने पहुचा तो यह सुनकर उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई कि यह जमीन तो उसे पता भी नही ओर किसी ओर को बिक गई
पीड़ित किसान ने बताया कि सालभर बाद जब वह अपनी जमीन में खेती का काम कर रहा था तो विजय यादव नामक व्यक्ति ने आकर उससे कहा की यह जमीन तो मेरी है तुम यहाँ क्या कर रहे हो इसे तो मैने खरीदी है तब किसान बोला कि जमीन तो उसने कभी किसी को बेंची ही नहीं तब विजय यादव ने उसे जमीन के विक्रय पंजीयन के दस्तावेज दिखाए जिसमें जमीन सूर्य प्रकाश एवं लक्ष्मी दास पटेल के द्वारा विजय यादव को विक्रय करना उल्लेखित था तब किसान ने विजय यादव को बताया कि मैंने अपनी जमीन को सीलिंग मुक्त कराने के लिए सूर्य प्रकाश सिंह एवं लक्ष्मीदास पटेल को मुख्तयार आम दिया था बेचने के लिए कभी नहीं दिया था तब मुझे विजय यादव ने मेरे द्वारा सूर्य प्रकाश सिंह एवं लक्ष्मीदास पटेल को दिए गए मुख्तारनामा आम एवं वसीयतनामा दिखाया जिसमें मेरे एवं मेरे पुत्र डोमार सिंह निषाद तथा सुरेश निषाद के हस्ताक्षर थे तब मुझे ज्ञात हुआ कि सूर्य प्रकाश सिंह एवं लक्ष्मी दास पटेल ने सीलिंग छुड़ाने के नाम से मेरे एवं मेरे पुत्रों से मेरी जमीन की बिक्री करने का मुख्तारनामा आम साथ ही एक वसीयतनामा जिसमें मेरे चार बेटे (वारिसान) होते हुए भी दोनों ने अपने नाम से मुझसे छल करते हुए धोखाधड़ी से हस्ताक्षर करवा कर मेरी जमीन को विजय यादव को विक्रय कर दिया है उसके बाद मेरे द्वारा सूर्य प्रकाशसिंह एवं लक्ष्मीदास पटेल से संपर्क कर पूर्व में हस्ताक्षर किए हुए दस्तावेज की मांग की गई तब सूर्य प्रकाश सिंह एवं लक्ष्मीदास पटेल ने मुझे एक 50रू की स्टांप में बनी हुई विक्रय इकरारनामा की छाया प्रति दी जिसमें मेरे द्वारा सूर्य प्रकाश सिंह एवं लक्ष्मीदास पटेल को मेरी उपरोक्त 3 एकड़ भूमि को 50,00000 रुपये (पचास लाख रूपये )में विक्रय करने एवं तीन लाख रूपये 3,00000रूपये नगदी मेरे द्वारा प्राप्त करने की बात उल्लेखित हैं जबकि मेरे द्वारा सूर्य प्रकाश सिंह एवं लक्ष्मीदास पटेल से कभी भी किसी प्रकार से कोई भी राशि प्राप्त नहीं हुई है विजय यादव से प्राप्त मुख्तारनामा वसीयतनामा एवं सूर्य प्रकाश सिंह एवं लक्ष्मीदास पटेल से प्राप्त विक्रय इकरारनामा के अवलोकन पर मैंने पाया कि सूर्य प्रकाश सिंह एवं लक्ष्मी दास पटेल ने जमीन की सीलिंग छुड़ाने के नाम पर मुझसे एवं मेरे बेटो से छलकर धोखाधड़ी करते हुए एक ही दिन दिनांक 24.05.2017 को पंजीयन कार्यालय ले जाकर हम तीनों से हस्ताक्षर करवा कर मुख्तारनामा आम वसीयतनामा एवं विक्रय इकरारनामा हमारे अनपढ़ होने का फायदा उठा कर तैयार कर विजय यादव को विक्रय कर दिया गया बाद में मुझे पता चला कि उक्त भूमि को सूर्य प्रकाश सिंह एवं लक्ष्मीदास पटेल के द्वारा बीरगांव निवासी तिवारी एवं साहू परिवार को भी बेचने का सौदा का प्रयास किया गया था