-मंडीदीप कृष्ण सुदामा चरित्र को सुनाकर किया कथा का रसपान कथा वाचक सहित भक्तो की आँखे हुई नम
रामभरोस विश्वकर्मा मंडीदीप रायसेन
कथा के विश्राम दिवस की कथा का रशपान कराते हुए!राजा निरग की कथा को सुनाते हुए बताया की दान की महिमा अपार है!गऊ दान राजा मृग नित्य करते थे!परन्तु भूल वश उनको गिरगिट बनना पड़ा! भगवान का इस्पर्श करके वो देवता बन गए सुदामा चरित्र की महिमा जग जाहिर है! भगवान कृष्ण और सुदामा की मित्रता की महिमा को सुनकर परीक्षित मोक्ष कराया श्री मद भागवत कथा को विश्राम किया!कथा के समापन दिवस के अवसर पर कथा के समय कथा वाचक श्री रजत तिवारी महाराज जी सहित सभी की आंखे नम हो गई!दिन बुधवार दिनांक 09/04/2025 को समय 12 बजे के बाद भंडारे का आयोजन किया गया है!