सुरेंद्र जैन धरसीवां
छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध सामाजिक संस्था “कुछ फर्ज़ हमारा भी” के फाउंडर और लीडर नितिन सिंह राजपूत दिल्ली भारत मंडपम में आयोजित युथ फेस्टिवल में केंद्र सरकार की ओर से विशेष आमंत्रण पर फेस्टिवल में सामिल हुए दो दिवसीय सम्मेलन में नितिन सिंह राजपूत को अनेक राज्यों से आये विशेष युवा एवं गणमान्य लोगों के साथ अपने विचार साझा करने और “विकसित भारत 2047” के लिए सुझाव प्रस्तुत करने का अवसर मिला
छत्तीसगढ़ राज्य मे सामाजिक कार्यों में उनके योगदान को देखते हुए, केंद्र स्तर पर उनका चयन हुआ इस उपलब्धि के माध्यम से नितिन राजपूत ने छत्तीसगढ़ की और से उभरते युवा सामाजिक कार्य कर्ता के रूप मे समाज सेवा के क्षेत्र में राज्य का नाम गौरवान्वित किया कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित रहे और देश के विभिन्न राज्यों से आए युवा वर्ग के साथ अपने विचार साझा किए ।इस पल मे विशेष रूप से श्रम एवम रोजगार, युथ अफेयर, खेल मंत्री मनसुख मनडाविया छत्तीसगढ़ से वित्त मंत्री ओ .पी.चौधरी जी, सुपर 30 आनंद कुमार एवं साउथ आफ्रिका क्रिकेट कोच जोंटी रोड्स विशेष रूप से मिले !
इसके साथ ही कार्यक्रम में राज्य मंत्री रक्षा खड़से , महिंद्रा ग्रुप के चेयर मेन आनंद महिंद्रा , पत्रकार पालकी शर्मा उपाध्याय आदि के विचार को साझा करने का अवसर मिला !
संस्था की उपलब्धियां
“कुछ फर्ज़ हमारा भी” संस्था वर्ष 2018 से लगातार समाज सेवा के क्षेत्र में काम कर रही है। इसके प्रमुख कार्यों में शामिल हैं:
1. भोजन सेवा: रोजाना 1200 से अधिक मरीजों के परिजनों को सरकारी और निजी अस्पतालों में भोजन उपलब्ध कराना।
2. शिक्षा: जरूरतमंद महिलाओं को निशुल्क कंप्यूटर शिक्षा प्रदान करना।
3. रेस्क्यू ऑपरेशन: सड़कों पर बेसहारा लोगों का रेस्क्यू कर उन्हें उचित स्थानों तक पहुंचाना।
4. स्वच्छता अभियान: रायपुर के विभिन्न स्थानों पर स्वच्छता अभियान चलाना और सार्वजनिक स्थलों पर अवैध रूप से लगाए गए बैनर-पोस्टर हटाना।
कोविड काल से लेकर अब तक संस्था के कार्य:
• 10,00,000 से अधिक लोगों को भोजन उपलब्ध कराया।
• 250 महिलाओं को कंप्यूटर शिक्षा प्रदान की।
• 150 बेसहारा लोगों का रेस्क्यू किया।
यह उपलब्धियां न केवल रायपुर बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय हैं। संस्था का उद्देश्य भोजन, स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वच्छता के क्षेत्र में समाज को नई दिशा देना है।“कुछ फर्ज़ हमारा भी” संस्था के इस सराहनीय योगदान के लिए नितिन सिंह राजपूत जी और उनकी टीम “कुछ फ़र्ज़ हमारा भी” को शुभकामनाएं।