मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
दीवार लेखन कार्य कर स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। पीएम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दीवानगंज में दीवार पर लेखन का कार्य कर दीवार से छपी हुई शिक्षा को प्राप्त करने के लिये बच्चाों को प्रेरित किया जा रहा है। इस कार्य से छात्रों के लिए साक्षरता का पहला चरण होता है, जब वे इस बात से अवगत होने लगते हैं कि उनके चारों ओर दिखाई देने वाले प्रिंट में कोई अर्थ छिपा होता है। प्रिंटिंग वातावरण शिक्षा के माध्यम से बच्चे हर समय दीवार में लिखे लेखन को देखता रहता है, जिससे उसे जल्दी ही वह लेखन याद हो जाता है। घर पर और समुदाय में प्रिंट ही अक्सर वह पहला लेखन होता है, जिसे पढ़ना छात्र सीखते हैं, यह ऐसा लेखन है जो दैनिक जीवन का एक अंग है। हमारे आस-पास विभिन्न संकेतों, अखबारों, पैकटों और पोस्टरों पर दिखने वाला लेखन आदि। छात्र जब स्कूल आते हैं तो परिवेशी प्रिंट के नए स्वरूप देखने को मिलते है, चार्ट, सूचियां, अनुसूची लेबल और इसी तरह की पठन सामग्री आदि।
शिक्षक बच्चों को सीखाने के लिए स्कूल और समुदाय का अच्छा उपयोग कर सकते हैं। गांव-गली और मोहल्ला में बच्चों के पढ़ने के लिए प्रिंट रिच शैक्षिक वातावरण तैयार कर कक्षा पहली से 12वीं तक के बच्चों के लिए शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दीवानगंज की दीवार पर लेखन कार्य किया गया है। जिससे बच्चे अपने कक्षा अनुरूप दक्षता प्राप्त कर सकें।