आखिर अतिथि नाम कब तक?25 वर्षों से अतिथि बनकर सेवा कर रहे हैं विद्वान -महासंघ
भोपाल। सूबे के सरकारी कॉलेजों में रिक्त पदों के विरुद्ध सेवा करने वाले अतिथि विद्वानों के ट्रांसफ़र के लिए क़वायद उच्च शिक्षा विभाग ने चालू कर दी है।आयुक्त कार्यालय से विधिवत पत्र क्रमांक 263/106/2024 के अनुसार कैलेंडर जारी किया गया है।जिसमें ये प्रकिया 9/10/2024 से शुरू होकर 30/10/2024 तक चलेगी।जैसा कि विदित हो की रिक्त पदों में कार्य करने वाले अतिथि विद्वानों के स्थानांतरण की प्रक्रिया वर्ष में एक बार ही होती है जो कि काफ़ी लंबे समय से रुकी हुई थी।तो वहीं नए अभ्यर्थियों के लिए भी पोर्टल खोला जाएगा।जो समय सारणी जारी हुई है उसके मुताबिक़ तारीख़ 25/10/2024 से 30/10/2024 तक होगी।वहीं अतिथि विद्वान महासंघ ने कड़ी प्रतिक्रिया जारी की है।संघ के सचिव डॉ दुर्गेश लसगरिया एवं सदस्य डॉ बी डी धार्मिक ने कहा कि क्या सरकार अतिथि बनाकर ही रखना चाहती है।अतिथि क्या होता है??।सरकार को पहले कार्यरत अतिथि विद्वानों का भविष्य सुरक्षित करना चाहिए उसके बाद नई भर्ती करनी चाहिए।
इनका कहना हे –
अतिथि विद्वानों को आशा थी कि नियमितीकरण/स्थाई/समायोजन एवं फिक्स वेतन का आदेश विभाग जारी करेगा जो घोषणा माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन जी एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज जी कर चुके थे महापंचायत में।लेकिन इधर तो फिर अतिथि बनाकर रखने की तैयारी है।सरकार गंभीरता से लेते हुए अतिथि विद्वानो का भविष्य सुरक्षित करे।
-डॉ अविनाश मिश्रा,प्रदेश उपाअध्यक्ष महासंघ