रामभरोस विश्वकर्मा, मंडीदीप रायसेन
पिपलेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में चल रही भागवत कथा के द्वितीय दिवस में कथा का वृतांत बताते हुए।कथा वाचक प्रदीप कृष्ण शास्त्री ने कहा कि कलयुग में मनुष्य कल्याण के मार्ग को भूलकर केवल अपने मन का ही कार्य करता है और कलयुग में मनुष्य की आयु भी कम है और संपूर्ण वेद शास्त्र की चर्चा सुनने के लिऐ समय भी नही है तो फिर कल्याण कैसे होगा इस पर प्रकाश डालते हुऐ महाराज श्री ने बताया कि भगवत कथा सुनने मात्र से जीव का कल्याण हो जाता है।साथ ही भागवत की रचना उत्पत्ति की कथा सुनाते हुए कहा कि जब वेद व्यास जी ने इस पावन ग्रंथ को रचा तो इसे श्रीमद्भागवत नाम दिया जिसे शास्त्रों में कल्याण का सर्वोत्तम साधन बताया।