-मानस यात्रा के विश्राम दिवस पर हुआ शांति पाठ, हवन पूजन, भंडारा
उदयपुरा रायसेन। निकटवर्ती तेदौनी नदी के किनारे बसे हुए प्रसिद्ध, हनुमान मंदिर रामघाट में गंगा दशहरा पर्व विशेष पर श्री रामचरितमानस विद्यापीठ के तत्वाधान में संतो के निर्देशन में चलने वाली मानस यात्रा सत्संग का विश्राम हुआ, इस अवसर पर सुदामा शास्त्री, महंत महाराज खेड़ापति,एवं सुदामा पुजारी राम घाट के विप्र विद्वानों द्वारा शांति पाठ, हवन, पूजन, कन्या पूजन संपन्न कराया,एवं अतिथि भंडारे का आयोजन किया गया।
मानस यात्रा संयोजक चतुरनारायण रघुवंशी ने बताया कि 1 सितंबर 2019 को हनुमान मंदिर रामघाट से प्रारंभ हुई मानस यात्रा नर्मदा अंचल के विभिन्न गांव में पहुंच चुकी है, जिसके माध्यम से नर्मदा नदी, वन, पर्वत, एवं गौ माता के संरक्षण, संवर्धन के लिए संतो एवं ग्रंथ के संदेश और उपदेश को जनमानस तक पहुंचने का लघु प्रयास किया जा रहा है, वही रामचरितमानस ग्रंथ के माध्यम से सत्संग, आयोजित कर घर, परिवार एवं ग्राम के वातावरण शुद्धिकरण एवं परिकृषत किए जाने का संदेश जनमानस में दिया जा रहा है, विश्राम दिवस पर आयोजित सत्संग सभा में नर्मदा अंचल के राष्ट्रीय कथाकार रामनरेश शास्त्री, ने बताया कि भय, तनाव रहित जीवन, एवं सर्व कल्याण, शांति ,सद्भाव के लिए राम कथा सत्संग श्रवण बहुत आवश्यक है, नर्मदा प्रसाद रामायणी ने बताया कि गोस्वामी तुलसीदास जी ने राम कथा रूपी ज्ञान गंगा को धरतीपर सरल और सहज रूप में अवतरित कर दिया, हरिदास संगीताचारय, सुदामा शास्त्री, योगेश पांडे, कैलाश दुबे, ने मानस के विश्राम दिवस, पर मानस के माध्यम से सुंदरतम भाव प्रकट किये, मानस ग्रंथ की मंगल आरती में आयोजक संतोष उपाध्याय, कमलेश दीक्षित, चंद्र हंस शर्मा, धनराज दुबे, देवकीनंदन शास्त्री, रामनाथ रघुवंशी, प्रमोद शर्मा, आदर्श पांडे, निरंजन सिंह धाकड़, लखन राय, वीरेंद्र पटेल, भारत सिंह राजपूत, महेंद्र राजपूत, यात्रा सह प्रभारी अमर सिंह लोधी, झलकन सिंह लोधी, सुजान सिंह, महाराज सिंह लोधी, केशव मीणा, राजकिशोर कौरव, नारायण सिंह मीणा, कैलाश साहू, कमलेश मेहरा गोपी लाल आदिवासी सहित विभिन्न ग्रामों से आए श्रोताओं सत्संग श्रवण कर प्रसाद ग्रहण किया