कभी दाऊद का खास रहा गैंगस्टर अबू सलेम डर के साए में जी रहा है. महाराष्ट्र की तलोजा जेल में बंद अबू सलेम को यह डर डी कंपनी के सरगना दाऊद और उसके गुर्गों से है. इस संबंध में अबू सलेम ने कोर्ट में अर्जी भी लगाई है. गुहार की है कि उसे किसी ऐसे जेल में शिफ्ट ना किया जाए, जहां पहले से डी कंपनी के गुर्गे बंद हैं. उसने कोर्ट को बताया है कि पहले ही दो बार उसके ऊपर जानलेवा हमले हो चुके हैं. यदि वह किसी अन्य जेल में जाता है तो फिर उसके ऊपर हमले हो सकते हैं.
उसने कोर्ट से गुहार लगाई है कि उसे तलोजा जेल में ही रखा जाए. कोर्ट ने अबू सलेम की यह अर्जी स्वीकार कर ली है, लेकिन इसपर सुनवाई के लिए 19 जून की तारीख लगाई है. इसी के साथ कोर्ट ने तलोजा जेल प्रबंधन और प्रशासन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. जानकारी के मुताबिक अबू सलेम तलोजा जेल के अंडा सेल में बंद है. चूंकि इस सेल की काफी समय से मरम्मत नहीं हुई है और यह क्षतिग्रस्त भी हो गया है, ऐसे में जेल प्रबंधन ने इस सेल की मरम्मत के लिए इसे खाली कराने का फैसला किया है.
डी कंपनी के गुर्गों से डर
इसके लिए जेल प्रशासन ने इसमें बंद माफिया डॉन अबू सलेम को मुंबई की आर्थर रोड, ठाणे या कोल्हापुर जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई है. इसकी जानकारी मिलते ही अबू सलेम ने सेशन कोर्ट में अर्जी लगा दी है. अबू सलेम की वकील अलीशा पारेख ने बताया कि अबू सलेम तलोजा जेल में सुरक्षित है. लेकिन उसे किसी अन्य जेल में भेजने की कोशिश की जा रही है. वह किसी अन्य जेल में नहीं जाना चाहता. दरसअल दूसरी जेलों में डी कंपनी के गुर्गे बंद हैं.
1993 बम धमाके में सजा काट रहा डॉन
वह कभी भी अबू सलेम के ऊपर हमला कर सकते हैं. ऐसे में उसकी जान को खतरा है. उन्होंने बताया कि अबू सलेम मुंबई में 1993 में हुए बम धमाके सहित कई अन्य मामलों में जेल की सजा काट रहा है. साल 2005 में उसे पुर्तगाल से प्रत्यर्पण कर मुंबई लाया गया था. उसी समय से वह तलोजा जेल में है. वकील अलीशा परेख के मुताबिक उन्होंने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर मांग की है कि अबू सलेम को किसी अन्य जेल में ना भेजा जाए. कोर्ट ने अर्जी स्वीकार कर ली है और अगली सुनवाई 19 जून को होगी.