जबलपुर: जबलपुर की अश्वनी कोष्टा और उमरिया पाली के अनीश ने जून में आने के लिए प्लान बनाकर टिकट बुक किया था। अश्वनी कोष्टा ने 18 जून और अनीश ने 10 को आने के लिए प्लान बनाया था, लेकिन पुणे के कल्याणी नगर में 17 वर्षीय किशोर की पोर्श कार की टक्कर से मोटरसाइकिल सवार दोनों युवा इंजीनियरों की मौत हो गई। दरअसल, पुणे में कुछ आवश्यक कार्य था जिसके लिए उसे इमरजेंसी में बुलाया गया था।
कंपनी से फोन आया जिससे वापस पुणे जाना पड़ा
पुणे में सड़क हादसे का शिकार हुआ अनीश पिछले महीने ही पाली से गया था। दरअसल वह छुट्टी में आया हुआ था और इसी दौरान कंपनी से फोन आ गया जिसकी वजह से उसे वापस पुणे जाना पड़ा। पुणे में कुछ आवश्यक कार्य था जिसके लिए उसे इमरजेंसी में बुलाया गया था। घर के लोगों ने बताया कि पुणे जाने के बाद अनीस अपने काम में जुट गया था।
अनीश ने जून में छुट्टी पर आने की जानकारी दी थी
पुणे से अक्सर वह अपने घर पर फोन किया करता था और इसी दौरान कुछ दिन पहले ही उसने अगले महीने यानी जून में छुट्टी पर आने की जानकारी दी थी। संभवतः इसके लिए अनीश ने रिजर्वेशन भी कर लिया था और 10 जून के बाद उसे पाली आना था। अनीश के वापस आने का इंतजार घर के लोगों को बड़ी बेसब्री के साथ था, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि अनीस नहीं आ पाएगा और उसकी मौत की खबर आ जाएगी।
14 जनवरी को अपना जन्मदिन मनाने जबलपुर आई थी
अश्वनी के पिता ने बताया कि वह 14 जनवरी को अपना जन्मदिन मनाने जबलपुर आई थी। अब 18 जून को मेरे जन्मदिन पर आने का वादा किया था। इसके लिए अश्वनी ने टिकट भी बुक करा ली थी। घर में पिता के जन्मदिन की खुशी मनाने के लिए लिए रोज बात करती थी। यह करेंगे, वह करेंगे लेकिन, भगवान को कुछ और ही मंजूर था। अश्वनी ने दसवीं और बारहवीं में 99 प्रतिशत हासिल किया था। उसने ज्ञान गंगा कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। इसके बाद नौकरी के लिए पुणे चली गई, जहां पर उसने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी की।
पुणे के कल्याणी नगर में मोटरसाइकिल सवार दो युवा इंजीनियरों को टक्कर मार दी थी
रविवार तड़के 17 वर्षीय किशोर अपनी पोर्श कार से पुणे के कल्याणी नगर में मोटरसाइकिल सवार दो युवा इंजीनियरों को टक्कर मार दी थी, जिससे उनकी मौत हो थी। मरने वालों में शहर की युवा इंजीनियर अवनि कोष्टा भी है। पुलिस का दावा है कि किशोर ने घटना के समय शराब पी रखी थी। हादसे के बाद उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया जहां से कुछ घंटे के बाद ही उसे जमानत मिल गई थी। जमानत के बाद यह मामला तूल पकड़ लिया था। जानकारी के मुताबिक दुर्घटना में शामिल लग्जरी पोर्श कार का स्थायी पंजीकरण मार्च से लंबित था।