उज्जैन। निरंजनी अखाड़े से निष्कासित महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी ने जयपुर की एक हर्बल कंपनी से आयुर्वेदिक उत्पाद तैयार कराए थे। खास बात यह थी कि मंदाकिनी ने सभी उत्पाद स्वयं के नाम पर थे और पैकिंग पर फोटो भी प्रिंट करा रखा था। उन्होंने उत्पाद तो ले लिए लेकिन कंपनी को रुपये नहीं चुकाए।
कंपनी के मालिक संदीप शर्मा ने बताया वे थर्ड पार्टी के लिए हर्बल उत्पाद बनाते हैं। कोई भी व्यक्ति उनसे उत्पाद बनवा सकता है। आर्डर मिलने पर उनके द्वारा आयुर्वेदिक जेल, ज्यूस, शैंपू, साबुन सहित अन्य उत्पादों का निर्माण किया जाता है। सन 2022 में साध्वी मंदाकिनी ने उनसे संपर्क किया और उनके लिए हर्बल उत्पाद बनाने की बात की।
कई बार साध्वी से किया संपर्क
संदीप शर्मा ने करीब 1 लाख 75 हजार रुपये की लागत से कुछ उत्पाद तैयार कर उज्जैन भेज दिए। इन उत्पादों पर मंदाकिनी का नाम व फोटो भी अंकित की गई थी। बाद में मंदाकिनी ने उसका भुगतान नहीं किया। इस बीच कई बार उन्होंने साध्वी से संपर्क भी किया, लेकिन बात नहीं बनी।
व्हाट्सएप पर भेजेंगे शिकायत
शर्मा ने बताया कि मुझे जानकारी मिली कि मंदाकिनी पर ठगी के आरोप लग रहे हैं, इस पर मैंने महंत रविंदपुरी जी से फोन पर चर्चा की। उन्होंने सूचना सही होने की जानकारी दी। मामले में मैं रविंद्रपुरीजी महाराज को व्हाट्सएप पर शिकायत भेजूंगा।