हाल ही में देशभर में जनसंख्या को लेकर सरकारी पैनल की एक स्टडी सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि भारत के साथ अन्य देशों में हिंदुओं की संख्या में कमी आ रही है और इसके विपरीत मुस्लिमों की संख्या में पहले के सालों के मुकाबले बढ़ोत्तरी हुई है. जारी हुई इस रिपोर्ट के बाद हिंदुओं की घट रही संख्या पर चिंता जताते हुए गिरिराज सिंह ने कांग्रेस को इसका जिम्मेदार ठहराया है.
भारत के साथ-साथ नेपाल और म्यांमार में भी हिंदुओं की संख्या पहले के मुकाबले घट गई है. बेगूसराय के बीजेपी प्रत्याशी सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हिंदुओं की घटती संख्या पर अपनी चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि साल 1950 से साल 2015 के बीच हिंदुओं की जनसंख्या में 8 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है जो कि एक चिंता का विषय है. आगे उन्होंने इस घटती संख्या का पूरा जिम्मेदार कांग्रेस को ठहराते हुए कहा है कि कांग्रेस ने रोहिंग्या मुस्लिमों के साथ-साथ अन्य मुसलमान को सहारा दिया था और इसके बाद से उनकी बढ़ती संख्या पर किसी भी तरह से रोक लगाने की कोशिश नहीं की गई. जिसका परिणाम यह हुआ कि धीरे-धीरे हिंदुओं की जनसंख्या घटती चली गई.
कांग्रेस और विपक्ष पर लगाया आरोप
गिरिराज सिंह ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसा लग रहा है कि ये सभी मिलकर भारत में गजवा-ए-हिंद यानी युद्ध के जरिए भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. यह लोग सिर्फ वोट बैंक की राजनीतिक करते हैं इन्हें देश की संप्रभुता से कोई लेना-देना नहीं है. इस मुद्दे को लेकर उन्होंने कांग्रेस के पूर्व नेता सैम पित्रोदा पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा जैसे लोग राजनीतिक शिकार हो गए हैं एवं अमूमन देश तोड़ने की भाषा का प्रयोग करते रहते हैं.
क्या कहती है सरकारी पैनल की स्टडी
सरकारी पैनल की स्टडी 167 देशों में हुए सर्वे के आधार पर की गई है. यह स्टडी साल 1950 से लेकर 2015 के बीच यानी 65 सालों के आंकड़ों के अनुसार किया गया है. इसमें बताया गया है कि भारत में हिंदू आबादी में गिरावट आई है जबकि मुस्लिम आबादी में बढ़ोत्तरी हुई है. इसके मुताबिक, 1950 में हिंदुओं की आबादी 84.68 फीसदी थी जो कि साल 2015 में घटकर 78.06 फीसदी हो गई है, वहीं दूसरी ओर मुस्लिमों की संख्या में 5 फीसदी की वृद्धि हुई है. भारत के साथ ही नेपाल में हिंदुओं की संख्या में 4 फीसदी और म्यांमार में 10 फीसदी संख्या कम हो गई है. मुस्लिमों की संख्या की बात करे तो बांग्लादेश ने मुस्लिम आबादी के वृद्धि के मामले में पाकिस्तान को भी पीछे छोड़ दिया है, जहां पाकिस्तान में मुस्लिम आबादी 10 फीसदी बढ़ी है, वहीं बांग्लादेश में 18 फीसदी संख्या बढ़ी है.