सुरेंद्र जैन रायपुर
टूटते बिखरते परिवारों को जोड़ने महिला थाना रायपुर द्वारा प्रतिदिन पारिवारिक काउन्सलिंग कराई जाती है।
सामान्यतः पारिवारिक मामले बहुत संवेदनशील प्रकृति के होते हैं जिसे संवेदनशीलता तथा धैर्यपूर्वक ही सुलझाया जा सकता है। पति के द्वारा नशा करके घर में मारपीट करना, मोबाइल का अनावश्यक उपयोग, चारित्रिक शंका जैसे कारण परिवार में कलह का कारण बनते हैं। ऐसे मामलों को सुलझाने में परिवार परामर्श केंद्र काफ़ी सफल रहा है। महिला थाना में प्रतिवर्ष हज़ारों की संख्या में पारिवारिक मामले आते हैं जिसमें विधिवत काउन्सलिंग की जाती है। काउन्सलिंग के माध्यम से लगभग 50-60 प्रतिशत परिवारों को टूटने से बचाया जाता है। वर्ष 2024 में अब तक लगभग 500 मामले दर्ज हुए है, जिसमे से 135 की सफल कॉउंसलिंग कराई जा चुकी है एवं अन्य मामलो में कॉउंसलिंग की जा रही है
केस 1 -ग्राम पलारी निवासी पीड़िता ने महिला थाना में पति, ससुर द्वारा छोटी छोटी बातों को लेकर झगड़ा एवं दहेज़ प्रताड़ना करते थे, स्त्रीधन को दिलाने की बात को लेकर थाना आई थी दोनों पक्षों का काउंसलिंग किया गया, तीसरी बार की काउंसलिंग के बाद परिवार को टूटने से बचाया गया. आज सफल दांपत्य जीवन व्यतीत कर रहे है. समय समय पर महिला थाना से फ़ोन से संपर्क कर खुशहाली जीवन के सम्बन्ध में जानकारी ली जाती है.
केस 2 – प्रियदर्शनी नगर, रायपुर निवासी दम्पति जिसमें दोनों प्रेम विवाह कर दांपत्य जीवन व्यतीत कर रहे थे, कि जो की जरुरत से ज्यादा मोबाइल फ़ोन में व्यस्त रहने के कारण एक दूसरे के प्रति अविश्वाश व शंका के कारण दांपत्य जीवन में दरार आने लगा, जिससे घर में आये दिन झगड़ा विवाद होता था. महिला थाना में कॉउंसलिंग कराया गया, जो सफल जीवन व्यतीत कर रहे है.
केस 3 – बिलासपुर निवासी दम्पति जिसमें शादी के बाद पति पत्नी व सास ससुर आधुनिक विचार व पुराने विचार के मध्य सामंजस्य के ना होने के कारण छोटी छोटी बातो को लेकर झगड़ा, विवाद से परिवार टूटने की कगार पर था. महिला थाना में कॉउंसलिंग कर परिवार को जोड़ा गया.
केस 4- रायपुर निवासी दम्पति जिसमें शादी के बाद से पति के शराब सेवन से आये दिन झगड़ा विवाद होता था और परिवार टूटने के कगार पर था. पारिवारिक कॉउंसलिंग महिला थाना रायपुर में कराकर परिवार को जोड़ा गया.