– लुधावली गौशाला में 175 पशुधन को मिला सहारा
– द्वारकाधीश गौ सेवा समिति से जुड़े सदस्यगण आगे आए
शिवपुरी से रंजीत गुप्ता की रिपोर्ट
शिवपुरी के लुधावली में स्थित गौशाला का संचालन युवाओं की टोली के प्रयासों से जनसहयोग से शुरू हो गया है। यहां पर द्वारिकाधीश गौ सेवा समिति बनाकर इसका संचालन किया जा रहा है। पूर्व में नगरपालिका इस लुधावली गौशाला का संचालन करती थी लेकिन यहां पर व्यवस्थाएं ठप्प थी।
इस गौशाला की व्यवस्थित संचालन के लिए अब शहर के युवाओं की एक टोली आगे आई है और इनके द्वारा द्वारकाधीश गौ सेवा समिति बनाई गई है। जनसहयोग से अब गौशाला का संचालन शुरू किया गया है। गौशाला के संचालन के दौरान 175 गोधन यहां पर है। सुबह-शाम यहां पर गौशाला में गौधन को चारा और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इस समिति में प्रवीण कुमार गुप्ता, मनोज अग्रवाल, हिमांशु अग्रवाल, संकेत गोयल, अनुज गोयल, विवेक बंसल, विकास बंसल, लकी महेश्वरी, वीरेंद्र यादव, मनीष गुप्ता, डॉ दिनेश अग्रवाल आदि शामिल है, जो जनसहयोग कर रहे हैं। प्रति रविवार को इनका परिवार भी गौशाला में पहुंचकर सेवा करते हैं और इनके बच्चे भी जुटते हैं। इन युवाओं को एकजुट करने का काम जिला शहरी विकास अभिकरण के पीयू महावीर जैन ने किया और नगरपालिका से सहयोग कराने के लिए आगे आए। पीयू महावीर जैन का कहना है कि इन युवाओं का उत्साह देखते ही बनता है और गौशाला संचालन के लिए जनसहयोग से यह समिति अच्छा काम कर रही है।
जनसहयोग से चारे पर खर्च किए जा रहे हैं प्रतिदिन 8 से ₹10 हजार रुपए-
गौशाला संचालन के लिए प्रतिदिन जनसहयोग से 8 से ₹10 हजार रुपए गोधन के लिए चारे के रूप में खर्च किए जा रहे हैं।द्वारकाधीश गौ सेवा समिति से जुड़े प्रवीण कुमार गुप्ता ने बताया कि आपस में जनसहयोग से हरा घास, सुधाना दाना, गुड, बाजरा आदि का चारा बनाया जाता है जिसे प्रतिदिन यहां पर रहने वाले 175 पशुधन को दिया जाता है। यह राशि आपस में युवकों के द्वारा जनसहयोग से एकत्रित की जाती है जिसे यहां पर चारे के रूप में खर्च किया जाता है। समिति के सदस्यों ने बताया कि शहर में आने वाले दिनों में गौ- संरक्षण व संवर्धन को बढ़ावा दिया जाएगा।
नगर पालिका से मांगा सहयोग-
द्वारकाधीश गौ सेवा समिति से जुड़े सदस्यों का कहना है कि नगरपालिका द्वारा यहां पर विशेष सहयोग की आवश्यकता है। वर्तमान में जनसहयोग से पशुधन एकत्रित किया जा रहा है लेकिन नगरपालिका को और भी कई व्यवस्थाएं करने के लिए आगे आना चाहिए। समिति के सदस्यों का कहना है कि नगर पालिका सीएमओ ने एक भी बार इस गौशाला का निरीक्षण नहीं किया लेकिन सदस्यगण आपस में जनसहयोग से संचालन कर रहे हैं इसलिए यहां पर वरिष्ठ अधिकारियों को आगे आकर समिति का मदद करनी चाहिए। प्रशासन और समिति दोनों आपस में मिलकर गौशाला का संचालन करें तो कार्य की और गति बढ़ेगी।