भैरूंदा। छह दिनों से मौसम ने अचानक करवट बदली और पारा धीरे-धीरे घटता चला गया, रविवार को भी सुबह नगर सहित आसपास के क्षेत्रों में घना कोहरा छाया रहा। कोहरे की वजह से 10 मीटर दूर के वाहन देखना भी मुश्किल हो रहे थे। वाहन रेंगते हुए नजर आए, वहीं सुबह 10 बजे तक रिमझिम वर्षा का दौर चलता रहा जिसके कारण लोग घरों में ही दुबके रहे, दिन भर हवाओं का दौर भी चलता रहा।
आमतौर पर ठंड की शुरुआत दिसंबर माह में कोहरे व धुंध के साथ होती है। बर्फीली हवाओं के बीच शीतलहर लोगों को कंपाना शुरू कर देती है। लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। मगर इस बार दिसंबर के दिनों में ऐसा देखने को नहीं मिला। तल्ख धूप से तापमान चढ़ा रहा। दिन में खिली धूप का असर दिखा। इससे दिन में ठंड का पता नहीं चल सका। हालांकि रात में ठंड का प्रभाव रहता। बीच-बीच में बारिश व बादलों की उमड़-घुमड़ भी देखने को मिली। मगर कोहरा, धुंध व शीतलहर का असर नहीं था
वहीं जनवरी की शुरुआत ठंड से हुई, मंगलवार देर रात मौसम का मिजाज बदलना शुरू हो गया। आसमान में बादलों की आहट रही। हवाओं का मिलाजुला असर रहा। इससे ठंड भी बढने लगी। तड़के लोगों की आंख खुली तो दरवाजे तक चढ़े कोहरे को देख लोग भौचक रह गए। ठंडी के सीजन में जनवरी में पहली बार कोहरा देखने को मिला। सुबह कोहरे के चलते ठंड तेज थी। घर से बाहर निकलने पर कुछ भी दिखाई नहीं पड़ रहा था।
कोहरे के चलते वाहन रेंगते रहे। सुबह 10 बजे तक लाइट के सहारे कछुए की गति से वाहन सड़क से होकर गुजरते रहे। दिन भर ठंडी हवा का दौर जारी रहा, छह दिनों के बाद शाम को कुछ समय के लिए सूर्य के दर्शन हुए।
अचानक कोहरा पड़ने से लुढ़का तापमान
रविवार को सुबह लोग सो कर उठेे तो चारों तरफ घना कोहरा और धुंध छाई हुई थी। कोहरा इस कदर घना था कि सड़क पर दस मीटर तक के वाहन भी नहीं दिखाई पड़ रहे थे। सुबह वर्षा भी शुरू हो गई जो 10 बजे तक चलती रही, कोहरे और धुंध के कारण अचानक फिर से ठंड बढ़ गई।