किसान आत्मनिर्भर होने के साथ ऋण मुक्त हो – शिवकुमार शर्मा कक्काजी
रायसेन। राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ द्वारा किसानों को जागृत करने रैली का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य न सिर्फ किसान, मजदूरौं को बचाना है, बल्कि उनको आत्मनिर्भर भी बनाना है। उनकी समस्याओं को सरकार तक ले जाकर उन्हें अपना हक दिलाना है। मध्य प्रदेश में किसान कर्ज तले दबा हुआ है और आत्महत्या कर रहा है। किसान ऋण मुक्त हो यह हमारी सबसे पहली मांग है। शहर के भगवती गार्डन में प्रेस वार्ता आयोजित की गई।
। वार्ता में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार कक्का जी ने कहा शहीद हुए किसनो की याद में शाहिद रथ प्रदेश के 52 जिलों में घूम रहा है। इसका शुभारंभ 3 अक्टूबर 2023 को किया गया था। जिसका समापन देवास में होगा। प्रत्येक चुनाव से पहले किसानों को जागृत करने शाहिद रथ चलाया जाता है। यह 21वीं यात्रा है। श्री कक्का जी ने कहा कि बड़े-बड़े पूंजी पतियों, उद्योगपतियों का हजारों करोड़ का कर्ज सरकार ने माफ कर दिया। जा
किसानों के हित में कुछ नहीं सोचा। आज किसान कर्ज तले दबा हुआ है। किसनो की समस्याओं को लेकर ही शाहिद रथ प्रारंभ हुआ है। 13 राज्यों से पधारे विभिन्न किसान संगठनों के पदाधिकारीयौं द्वारा हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया था।
श्री कक्का जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निरंतर किसान और मजदूरों के हितों की उपेक्षा की जा रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की एनडीए सरकार द्वारा 5 जून 2020 को अध्यादेश द्वारा तीन नए कृषि कानून ले गए थे। जिनका संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा देशव्यापी विरोध किया गया था। 378 दिन तक चले इस आंदोलन को अंतत केंद्र की एनडीए सरकार को वापस लेना पड़ा था। 19 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नय कृषि कानून वापस लेने की घोषणा की थी।
उन्होंने कहा कि भारत में हरित क्रांति के जनक और किसान आयोग के अध्यक्ष एस स्वामी नाथन ने केंद्र सरकार को सौंप गई रिपोर्ट में किसानों से एसएसपी पर फसल खरीदने की अनुशंसा की थी। केंद्र सरकार एसएसपी पर खरीदी की गारंटी का कानून बना दे तो सरकार की ओर से उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
श्री शिव कुमार शर्मा कक्का जी ने बताया कि 7 मई 2012 को जिला रायसेन के बरेली में गोली कांड हुआ था। सरकार ने झूठे प्रकरण बनाकर किसानों को जेल में बंद किया था। सरकार ने किसान संगठनों को आश्वासन दिया था कि किसानों के सारे मुकदमे वापस लिए जाएंगे। पर आज तक नहीं लिए गए। इस गोली कांड की जांच रिपोर्ट सरकार ने दवा दी है। हमारी सरकार से मांग है की जांच रिपोर्ट विधानसभा पटल पर रखी जाए। यह सार्वजनिक की जाए। श्री कक्का जी ने कहा कि 6 जून 2017 को मध्य प्रदेश के मंदसौर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस द्वारा गोली चलाने से पांच किसने की मौत हो गई थी। एक किसान की पुलिस कस्टडी में ही मौत हो गई थी। शहीद हुए इन 6 किसने की मौत को लेकर गठित जैन आयोग की रिपोर्ट को सरकार सार्वजनिक करें। इस गोलीकांड के विरोध में राज्यव्यापी धरना आंदोलन में सरकार ने किसानों पर मुकदमे दर्ज किए थे। बाद में सरकार ने मुकदमे वापस लेने का वादा किया था। हमारी मांग है कि सरकार सभी किसानों पर दर्ज मुकदमें तत्काल प्रभाव से वापस ले।
किसानों को आज तक नहीं मिला अपने अनाज का सही दाम
प्रेस वार्ता में बताया कि किसानों को अपने अनाज का सही दाम आज तक नहीं मिला है। किसानों को गान्ना 700, मक्का 2250, गेहूं 4500, कपास 11000, धान 3500, मूंग 10000, उड़द 9000, सोयाबीन 9000, मूंगफली 9000 समर्थन मूल्य पर का दाम मिलना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य रूप से किसान संगठन के संगठन महामंत्री रवि दत्त जी, शोभाराम मालवीय, प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश राजोरिया, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं यात्रा प्रभारी बहादुर सिंह, प्रदेश संगठन मंत्री मोरारजी सिंह, संयोजक उत्तराखंड मनमोहन सिंह रघुवंशी, क्रांति अध्यक्ष मध्य भारत गोपाल जी,पाटीदार, प्रांतीय संगठन मंत्री नंदराम गुर्जर, लक्ष्मी नारायण शर्मा, दुर्गाबाई, किसान संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी रणजीत सिंह रघुवंशी आदि मौजूद थे।