भोपाल। राजधानी भोपाल में गांधी मेडिकल कॉलेज से गायनी में पीजी कर रहीं जूनियर डॉक्टर ने सुसाइड कर लिया। 27 साल की सरस्वती की मौत बेहोशी के इंजेक्शन के ओवरडोज लोने की वजह से हुई है। आज राजधानी पहुंचे सरस्वती के परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया। इसी के साथ कॉलेज प्रबंधन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। तो वहीं अब इस मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है।
डॉ सरस्वती सुसाइड मामले में पुलिस को अहम सुराग मिला है। पुलिस को सरस्वती को मोबाइल से सुसाइड नोट मिला है। इस मामले में एसीपी उमेश तिवारी ने कहा कि तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। इसमें परिजनों द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों पर भी जांच करेंगे। आगे एसीपी ने बताया कि डॉ सरस्वती का पोस्टमार्टम कराया गया है, पोस्टमार्टम के रिपोर्ट के आधार पर सभी से पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा स्टूडेंट्स द्वारा प्रबंधन पर लगाए गए आरोपो को लेकर स्टूडेंट्स की डिमांड पर पुलिस ने कंप्लेंट बॉक्स उपलब्ध कराया है इस कंप्लेंट बॉक्स में स्टूडेंट्स ने शिकायती पत्र में डाले गए है।
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