-नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना की रिपोर्ट लिखवाने भटक रहे परिजन
-न रायसेन में मिला न्याय ना भोपाल में हों रही सुनवाई
रायसेन। महिला अपराध के मामलों में देश में नंबर वन मध्य प्रदेश मैं नाबालिक बच्चों के साथ ज्यादती के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। ऐसे में हद तो तब हो गई जब रायसेन जिले के बरेली थाना अंतर्गत आने वाले गांव ढीमर ढाना की में एक जिला बदर आरोपी बदमाश ने पीड़िता के घर जाकर घर मे अकेली नाबालिग बच्ची को ऊनी हवस का शिकार बना डाला। इतनी जघन्य घटना के बाद भी फरियादी पीडिता को अपनी बीती के लिए रिपोर्ट लिखवाने के लिये दिन भर भटकना पड़ा। पीड़िता की मां ने रायसेन महिला थाने आकर अपनी बच्ची के साथ हुई हैवानियत की दास्तां पुलिस को सुनाई इसके बाद भी पुलिस पीड़ित परिवार को नियम कायदे का पाठ पढ़ाते नजर आई। मीडिया के हस्तक्षेप के बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने पीडिता की रिपोर्ट दर्ज कराने का आश्वासन दिया। इस पूरी घटना ने पुलिस की संवेदनशीलता पर भी सवाल खड़े किए हैं। ऐसे गंभीर मामले किसी मेट्रो सिटी में सामने आ जाते तो पुलिस फरियादी के इर्द-गिर्द नजर आती है।
यहां यह उल्लेखनीय हें कि आरोपी जिला बदर अपराधी हें। उस पर आठ मामले दर्ज हें। इसी साल के फरवरी माह में रायसेन के जिला मजिस्ट्रेट अरविंद दुबे ने उसके अपराधों की गंभीरता देखते हुए जिला बदर किया हें। आरोपी जिला बदर होने के बावजूद बाड़ी कस्बे में पुलिस की नाक के नीचे रह रहा हें।जिला मजिस्ट्रेट ने आरोपी कों रायसेन सहित सीमावर्ती जिला भोपाल, विदिशा, सागर, सीहोर, होशंगाबाद एवं नरसिंहपुर जिले की राजस्व सीमाओं से एक साल के लिए निष्कासित किया गया है।जिला मजिस्ट्रेट ने जिला बदर की कारवाही भी पुलिस अधीक्षक के प्रतिवेदन के आधार पर की हें।
फिलहाल घटना के 6 दिन बाद पीड़िता की रिपोर्ट ना तो बरेली थाने में दर्ज हुई और ना ही जिला मुख्यालय पर बने महिला थाने में.. पीड़िता के माता-पिता न्याय की गुहार लगाते हुए भोपाल में गृह मंत्री सहित अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर लगाते नजर आए।
पीड़िता की मां ने बताया कि उनके पति झगड़े के एक झूठे मामले में जेल में बंद थे । बीती बीते 14 जुलाई को गांव का बदमाश ने मेरी 16 वर्षीय पुत्री के साथ घर पर अकेली धमकी देते हुए जोर जबरदस्ती कर बुरा काम कर गया। जिसकी डर के कारण उसने घर पर किसी को कुछ नही बताया। लेकिन रविवार 23 जुलाई को वो फिर एक बार सुने घर मे आकर मेरी बच्ची के साथ गलत काम करके चला गया। इस बार घटना के समय मेरे पति जेल से छूट कर आ चुके थे लेकिन उस समय वह खेत पर मेरे साथ धान लगाने गए हुए थे। मेरे छोटे बच्चे स्कूल गए थे और घर पर आशा अकेली थी। जब हम शाम खेत पर से लौटे तो बच्ची रोते हुए माँ से लिपट गयी और बोली कि आरोपी ने मेरे साथ गलत काम कर धमकी देकर गया कि अभी तो तेरे बाप को जेल भेजा था तूने किसी को कुछ बताया तो तेरे बाप को जान से मार दूंगा। इसके बाद रात भर किसी तरह निकली और सुबह हम महिला थाने रायसेन आकर पूरी बात पुलिस को बताई। पीड़ित परिवार को डर है कि जिला बदर बदमाश इस बीच उनके साथ कोई भी घटना कार्य कर सकता है।
घटना के बाद पुलिस थानों के चक्कर काटने के बाद पीड़िता जब अपने मां बाप के साथ जिले के पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची तो यहां महिला सेल की एसडीओपी ने बंद कमरे में पीड़िता की आपबीती सुनी जिसके बाद पीड़िता की मां के आवेदन पर शीघ्र रिपोर्ट दर्ज कराने का आश्वासन दिया गया।पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक कों भी अपनी आपबीती बताईथीं ।
जहां मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए हर जिले मैं महिला थाना महिला थाना स्थापित किए गए हैं लेकिन पीड़ितों को महिला थाने से रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा रही है वही पिडिता को बताया जा रहा है कि आपके तहसील स्तर के थानों में ही रिपोर्ट दर्ज होगी महिला अपने न्याय के लिए जब थाना महिला थाना पहुंची तो उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई स्थानीय पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करने की बात की गई महिला 6 दिन से परेशान घूम रही है।
अब सवाल यह पेदा होता हें कि पीड़िता बरेली थाने में क्यों नहीं रिपोर्ट लिखाने पहुंची। पीड़िता के परिजनों का कहना हें कि यदि बह बरेली रिपोर्ट कराने जाते तों आरोपी उसके साथ मारपीट कर सकता था। एक जिला बदर खूंखार अपराधी जब बालात्कार जेसा जघन्य अपराध कर सकता हें तों फ़िर फ़रियादी के साथ मारपीट आदि करना तों मामूली बात हें।
इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने भी ट्यूट करते हुए FIR दर्ज न होने पर आश्चर्य जतातेहुए शर्मनाक बताया हें।