रिपोर्ट धीरज जॉनसन दमोह
दमोह।जिला मुख्यालय से करीब 42 किमी दूर जबलपुर मार्ग पर जबेरा में बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को देखकर लगता है कि जहां मरीजों का इलाज होता है उसे खुद ट्रीटमेंट की जरूरत है।
अस्पताल परिसर में फैली गंदगी, भवन के अंदर कचरा,छत और खिड़की के छज्जे पर भी मेडिकल वेस्ट फैला हुआ दिखाई दिया,जिसमें एन एस बॉटल,आई वी सेट, फाइव और टेन एम एल सिरिंज विथ निडिल,मेडिसिन रेपर,क्रिस्टल बॉटल, एम पुल, सीरप बॉटल,दस्ताने,मेडिसिन रेपर थे।
भवन में कहीं-कहीं खिड़की के ऊपर बने स्लैप टूट चुके थे,और सरिए दिखाई दे रहे थे,परिसर के पीछे भी कपड़े और गंदगी व्याप्त थी साथ ही सीढ़ी से छत की ओर जाने पर एस्बेस्टस शीट टूटी हुई थी जिससे बारिश का पानी भवन में प्रवेश करता है तो छत पर शराब की खाली बोतलें बिखरी हुई थी। पर इन पर अब तक जिम्मेदारों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया, जबकि यह हालात बीमारी और संक्रमण को बढ़ावा देते है।
विदित है कि कुछ दिन पूर्व ग्राम नोहटा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की अनियमितता सामने आई थी,इसके बाद भी अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर ध्यान न दिया जाना चिंतनीय विषय हो सकता है।
न्यूज स्रोत:धीरज जॉनसन