गोहरगंज/रायसेन। राजस्थान में दो दिन पहले भीमसागर डेम पर मछली के ठेके को लेकर हुए गैंगवार में घायल भोपाल के फरार कुख्यात गैंगस्टर मुख्तार मलिक की इलाज के दौरान मौत हो गई। झालावाड़ पुलिस ने मुख्तार को अस्पताल में भर्ती कराया था। शुक्रवार सुबह 10 बजे उसने दम तोड़ दिया। इस गैंगवार में मुख्तार का एक साथी का घटना वाले दिन ही गोली लगने से मारा गया था। मुख्तार मलिक रायसेन जिले के गोहरगंज का रहने वाला था। मप्र के रायसेन और भोपाल सहित मप्र एवं उप्र राजस्थान के कई थानों में उसके ऊपर 70 से ज्यादा मामले दर्ज थे। देर शाम मुख्तार का शव उसके गृह नगर रायसेन जिले के गौहरगंज पहुँचा। जहां ईदगाह वाले कब्रिस्तान में रात करीब साढ़े 10 बजे उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
मुख्तार मलिक यूपी के आजमगढ़ ओर चित्रकूट के ददुआ गिरोह से भी जुड़ा हुआ था। उसकी मौत के बाद अब एक बार ओर गैंगवार की आशंका जताई जा रही हैं।
– झालावाड़ के डीएसपी गिरधर सिंह ने बताया कि मुख्तार मलिक नदी से करीब 1 किलोमीटर दूर जंगल में घायल मिला था। मुख्तार की राजस्थान के बंटी गैंग से गैंगवार हुई थी। दोनों गैंग के बीच भीमसागर बांध के कैचमेंट एरिया में मछली पकड़ने को लेकर विवाद हुआ था। दोनों गैंग के बीच फायरिंग हुई। गैंगवार में मुख्तार गैंग के एक गुर्गे की मौत हो गई थी। वहीं, मुख्तार समेत उसका राइट हैंड विक्की वाहिद घायल था। पुलिस के मुताबिक, भीमसागर बांध के नदी क्षेत्र में मछलियां पकड़ने का ठेका भोपाल निवासी मुख्तार मलिक ने ले रखा है। मंगलवार देर रात मुख्तार मलिक 11 मजदूरों के साथ कांस खेड़ली के पास कम गहरे पानी में नाव से पेट्रोलिंग कर रहा था। इसी दौरान गांव के रहने वाले मछुआरों से कहासुनी हो गई। इस दौरान दोनों ओर से हुई गोलीबारी में मुख्तार ओर उंसके एक साथी की गोली लगने से मौत हो गई।
बाइट- गिरधर सिंह, डीएसपी झालावाड़।