टी20 वर्ल्ड कप खत्म होते ही भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा. इसके साथ ही वो टीम का साथ छोड़ देंगे, लेकिन इससे पहले वो भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाना चाहते हैं. इसलिए टीम के खिलाड़ियों के साथ द्रविड़ भी जमकर मेहनत कर रहे हैं. खिलाड़ियों के स्किल्स से लेकर टीम की प्लानिंग तक द्रविड़ सभी पर काम कर रहे हैं. बारबाडोस में होने वाले टीम के पहले सुपर-8 मुकाबले को लेकर वो कप्तान रोहित शर्मा के साथ अफगानिस्तान के खिलाफ रणनीति तैयार करने में लगे हुए हैं. इस बीच भारतीय टीम से जुड़े एक सवाल ने उन्हें नाराज कर दिया है.
किस बात पर नाराज हुए द्रविड़?
राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम ने 2023 के वनडे वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया था. भारत ने उस टूर्नामेंट में ने सभी टीमों को धूल चटा दिया था और बिना एक मैच हारे फाइनल तक पहुंच गई थी. हालांकि, फाइनल का दिन टीम के लिए अच्छा नहीं रहा और भारत को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा. इस हार ने सभी भारतीय फैंस के दिल को तोड़ दिया था, जिसकी यादें अभी तक ताजा हैं. अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान एक रिपोर्टर ने टीम इंडिया को मिली इसी तरह के एक हार को याद दिलाने की कोशिश की, जिससे द्रविड़ नाराज हो गए.
1997 में बारबाडोस के मैदान पर भारतीय टीम नीदरलैंड्स के खिलाफ एक टेस्ट मैच हार गई थी. जब द्रविड इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब में कहा कि उनके पास यहां जुड़ी कुछ अच्छी यादें भी हैं. इस पर उनसे पूछ लिया गया कि क्या वो कुछ नई यादें बनाना चाहेंगे. इस पर द्रविड़ पलटकर बोले कि वो यहां कुछ भी बनाने नहीं आए हैं. राहुल द्रविड़ ने आगे कहा कि वो पुरानी चीजों का भार नहीं रखते हैं. जो बात बीत जाती है, उससे आगे बढ़कर नई चीजों में जुट जाते हैं और सिर्फ वर्तमान हो रही चीजों पर देते हैं. उन्होंने कहा कि 1997 में जो हुआ वो फिलहाल चिंता का विषय नहीं है. द्रविड़ के मुताबिक 1997 में जो चीजें हुई, उससे अफगानिस्तान के खिलाफ रिजल्ट नहीं बदलने वाला है. इसलिए टीम इंडिया केवल सुपर-8 में सभी मुकाबले जीतने पर ध्यान रही है.
बारबाडोस में भारत का क्या है रिकॉर्ड?
टी20 वर्ल्ड कप में बारबाडोस के मैदान पर भारतीय टीम का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है. टीम इंडिया ने यहां दो मुकाबले खेले हैं और दोनों में ही हार मिली है.भारत ने 2010 के एडिशन में यहां दोनों ही मुकाबले खेले थे, जिसमें ऑस्ट्रेलियाऔर वेस्टइंडीज के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. अब 14 साल बाद भारतीय टीम इस मैदान पर अफगानिस्तान से मुकाबला करेगी.