मप्र के रायसेन जिले की गैरतगंज तहसील अंतर्गत इन दिनों अनेक स्थानों पर खनिज माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन को अंजाम दिया जा रहा है। अवैध उत्खनन करने वालों द्वारा बेधड़क होकर खनिज संपदा को खोदा जा रहा है। खनिज विभाग एवं राजस्व विभाग की मॉनिटरिंग के अभाव में उक्त अवैध कार्य बदस्तूर जारी है। बिना अनुमति इस कार्य से शासन को बड़ी मात्रा में राजस्व की क्षति पहुंचाई जा रही है, तो अवैध उत्खनन के कारण हो रहे गड्ढों से भविष्य में दुर्घटनाओं का भी अंदेशा बन रहा है।
क्षेत्र में अनेक स्थानों पर खनिज संपदा को बड़ी-बड़ी मशीनों का उपयोग कर धड़ल्ले से खोदा जा रहा है तथा इसका डंफरों एवं ट्रेक्टर ट्रालियों से परिवहन किया जा रहा है। वर्तमान में विभिन्न प्रकार के भवन एवं सड़क मार्ग का निर्माण इन दिनों किया जा रहा है। निर्माण में संलग्न ठेकेदारों द्वारा बिना अनुमति निजी एवं शासकीय भूमियों पर अवैध रूप से उत्खनन कर मुरम, बोल्डर, मिट्टी सहित अन्य मटेरियल का उत्खनन किया जा रहा है। निर्माण में उपयोग के लिए अवैध रूप से निकाले गए मुरम कोपरा और बोल्डर आदि का पुराव किया जा रहा है। पता चला है कि तहसील भर के दर्जनों स्थानों पर यह अवैध उत्खनन किया जा रहा है। निर्माणकर्ता विभिन्न स्थानों से खुलेआम अवैध उत्खनन कर मटेरियल ला रहे हैं, किंतु जिम्मेदार विभाग इस ओर से बेखबर बने हुए हैं। यह सिलसिला काफी दिन से जारी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई निर्माणकर्ता ठेकेदार अवैध उत्खनन कर शासन को बड़ी क्षति पहुंचा चुके हैं तो निजी और सरकारी जमीन को भी छलनी कर रहे हैं। अवैध उत्खनन से बनने वाले गड्ढे बारिश के दिनों में दुर्घटनाओं का कारण भी बनेंगे। एक प्रकार से क्षेत्र भर में मौत के गड्ढे तैयार किए जा रहे हैं। खास बात यह है कि बिना किसी अनुमति के चल रहे इस गोरखधंधे में पर जिम्मेदार अधिकारी पर्दा डालने पर आमादा हैं।
स्थानीय प्रशासन की नाक के नीचे ही उत्खनन के नजारे
तहसील मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर बन रहे आईटीआई भवन के पास 5 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र की सरकारी जमीन के बड़े इलाके में उत्खनन कर कई मौत के तालाबनुमा गड्ढे बना दिए गए हैं। यहां उत्खनन की पराकाष्ठा दिखाई दे रही है। भविष्य में करोड़ों की लागत के आईटीआई भवन बनने के बाद मुख्य द्वार पर ही यह गड्ढे समस्यामूलक होंगे। आश्चर्य है कि इतने नजदीक के क्षेत्र में भी शासन-प्रशासन की मॉनिटरिंग उत्खनन को नहीं रोक पा रही है।
यहां भी किया जा रहा खुलेआम अवैध उत्खनन
नगर से सटे और महज 2 किमी दूर नए बन रहे आईटीआई भवन के बाजू के इलाके, 9 किमी दूर ग्राम जमुनियां खास अंधियारी मार्ग, 3 किमी दूर ऊंसरमेंटा गांव के पहले सड़क पर, चुरक्का घाना गांव के पास के इलाके सहित क्षेत्र के देवनगर, सोडरपुर व हरदौट क्लस्टर के अनेक स्थानों पर अवैध उत्खनन किया जा रहा है। निर्माण में संलग्न एजेंसियां और अन्य संलग्न लोग अवैध रूप से उत्खनन के कार्य में लगे रहकर शासन को बड़ी क्षति पहुंचा रहे हैं।
करेंगे कार्रवाई
अवैध उत्खनन के विरुद्ध दल बनाकर धरपकड़ करते हुए कठोर कार्यवाही की जाएगी।
-रामजीलाल वर्मा, तहसीलदार, गैरतगंज