ग्रामीण कर रहे ट्रेनों के स्टापेज की मांग,नही हो रही सुनवाई
मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
दीवानगंज रेलवे स्टेशन 50 साल पुराना है इस रेलवे स्टेशन पर पहले चार पांच गाड़ियां रुका करती थी जो भोपाल जाती थी और इसके उपरांत विदिशा की तरफ भी तीन चार गाड़ियां जाती थी मगर 2 साल से इस प्लेटफार्म पर गाड़ियों का रुकना बंद हो गया है जिस कारण दीवानगंज के आस-पास के यात्री काफी परेशानियां से गुजरना पड़ रहा है क्योंकि दीवानगंज में आसपास के 30 गांव लगते हैं गांव के ग्रामीण भोपाल विदिशा जाने के लिए रेलवे स्टेशन दीवानगंज का उपयोग करते थे मगर कुछ समय से यहां पर भोपाल विदिशा की तरफ जाने वाली गाड़ियां नहीं रुकती है ।
कुछ दिन पहले रेल्व के जी एम से भी रेलवे स्टेशन दीवानगंज वालों ने आवेदन दिया था की विदिशा से भोपाल की तरफ गाड़ियों का स्टाफ दिया जाए आवेदन दिए हुए लगभग 1 साल से ज्यादा समय हो गया उस आवेदन का आज तक कुछ हल नहीं निकला दीवानगंज से भोपाल के लिए केवल सुबह की टाइम में एक ट्रेन है जो भी रात के 5 बजे निकल जाती है और इसके उपरांत कोई गाड़ी भोपाल के लिए नहीं है फिर गाड़ी शाम को बिलासपुर 5 बजे है इसके बीच में एक भी गाड़ी दीवानगंज से भोपाल के लिए नहीं है मगर भोपाल से विदिशा के लिए दीवानगंज स्टेशन पर बिलासपुर मेमो और सटल रूकती है जो विदिशा की तरफ जाती है मगर विदिशा से भोपाल की तरफ कोई गाड़ी नहीं है यह सभी यात्री 3 किलोमीटर पैदल चलकर फैक्ट्री चौराहा दीवानगंज पोस्टर कहां से बस से जाते हैं जिससे काफी समय यात्रियों को परेशान होना पड़ता है अगर यही स्थिति रही तो आने वाले समय में दीवानगंज में रेलवे स्टेशन का नाम रह जाएगा यहां दिनों दिन यात्री कम होते चले जाएंगे इस रेलवे स्टेशन पर काफी समय से गाड़ियों का स्टाफ की मांग की जा रही है मगर अधिकारी लोग इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं जिस कारण यात्री को काफी समस्या उठानी पड़ रही है