जैसे जैसे प्राण प्रतिष्ठा का दिन नज़दीक आता जा रहा है, वैसे वैसे पूरे देश श्री राम की भक्ति का सुरूर चढ़ता जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठा के पवन दिन में अब सिर्फ 4 दिन का फासला रह गया है। ख़ुशी और भक्ति भरे इस माहौल में यहां सब दिवाली की तरह इस दिन को मनाने की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ राम के नाम पर साइबर क्राइम का खतरा भी बढ़ता जा रहा है।
साइबर क्राइम को लेकर गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान और इंडोनेशिया के साइबर क्रिमिनल्स 22 जनवरी से पहले कुछ बड़ा करने की फिरत में है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, साइबर हमले से निपटने के लिए MHA ने उच्च स्तरीय साइबर एक्सपर्ट की टीम को अयोध्या भेज दिया है। इस टीम में MHA I4C के सदस्य, Meity के अधिकारी, IB, CERT-IN के अधिकारी और साइबर मामलों के जानकार भी शामिल किये गए हैं। यह टीम 22 जनवरी तक अयोध्या में ही कंट्रोल रूम बना के रहेगी।
क्या है मंत्रालय के कड़े कदम
सूत्रों के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम वाले दिन राम मंदिर को लेकर किसी भी तरह के साइबर थ्रेट से बचाने के इंतज़ाम किये गए हैं। केंद्र को शक है की समारोह के दौरान साइबरस्पेस पर प्रभु राम के नाम के पर कई गतिविधियां हो सकती है। इसलिए साइबर एक्सपर्ट की टीम से जुड़े अधिकारी ऑनलाइन गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखने की तयारी क्र रहे हैं।
एजेंसियों का होगा साथ
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान और इंडोनेशिया में हैकर्स से होने वाले साइबर खतरे को देखते हुए ये कदम उठाया गया है। साइबर टीम कई केंद्रीय और स्थानीय एजेंसियों के साथ समन्वय करते हुए अयोध्या में निगरानी करेगी।
हो सकती है आर्थिक धोखाधड़ी
आज कल राम के नाम पर खूब ठगी के केस सामने आ रहे हैं। इ-कॉमर्स प्लेटफार्म पर भी काफी धोखाधड़ी से जुड़े मामले सामने आ रहे है। हाल ही में साइबर धोखाधड़ी के लिए बनाई गई केंद्रीय हेल्पलाइन को पहले से ही आर्थिक धोखाधड़ी के बारे में शिकायतें मिल रही है। इसमें राम मंदिर के लिए दान के बहाने भक्तों से लाखों रुपए ठगे जा रहे है। कुछ वेबसाइटें श्रीराम जन्मभूमि मंदिर से ‘प्रसाद’ के लिए पैसे मांगती हैं।