इंदौर। स्कूल बस की टक्कर से जान गवांने वाले दीपक चावला के स्वजन दुखी है। बुधवार सुबह-सुबह स्वजन घटनास्थल पर पहुंचे और बिलखते हुए कहा कि स्कूल प्रबंधन पर भी एफआइआर होना चाहिए। दीपक ही पूरा परिवार चलाता था। उसकी मौत से परिवार बुरी तरह टूट गया।टीआइ ने मुवाआजा की बात कही तो स्वजन भड़क गए और खरीखोटी सुना दी। स्वजनों बुधवार को माणिकबाग ब्रिज पर शव रखकर चक्का जाम किया। उन्होंने कलेक्टर को बुलाने की मांग की।
लारेल्स स्कूल इंटरनेशनल स्कूल की बस से मंगलवार दोपहर 38 वर्षीय दीपक मुरली चावला की मौत हो गई थी।शराब के नशे में धुत बस चालक रामेश्वर कटारिया लापरवाहीपूर्वक बस चला रहा था।सुबह स्वजन घटनास्थल आए और कहा कि दीपक की मौत के लिए स्कूल प्रबंधन भी बराबर का दोषी है। चालक नशे में था और उसको बस हाथ में दे दी। दीपक तो नियमानुसार चल रहा था। वह स्कूटर से बैंक जा रहा था।
काल आने पर गाड़ी एक तरफ कर बात कर रहा था। नियम न मानता तो गाड़ी चलाते-चलाते बात कर सकता था। बस चालक तेज रफ्तार में आ रहा था। जूनी इंदौर टीआइ शैलेंद्रसिंह जादौन ने समझाने की कोशिश की और कहा कि वह मुआवजा दिलवाने का प्रयास कर करेंगे। इस पर स्वजन भड़क गए और कहा कि मुवाआजा से इंसान की पूर्ति तो नहीं हो सकती है।
राजमहल कालोनी निवासी 38 वर्षीय दीपक का माणिक बाग ब्रिज के नीचे सिंध कराची के नाम से नानवेज का रेस्त्रां है। दीपक ही रेस्त्रां संभालता था। वह कुक का काम भी कर लेता था। उसका छोटा भाई है जो कुछ नहीं करता है। हादसे से पूरा परिवार टूट गया है। उनकी मांग है कि स्कूल प्रबंधन पर भी कार्रवाई हो। रहवासी भी घटना स्थल पर अतिक्रमण और अवैध पार्किग हटाने की मांग कर रहे है।
बस दुर्घटना में मृत व्यक्ति के स्वजनों से विधायक मालिनी गौड़ ने चर्चा की। मालिनी गौड़ ने इस मामले में कलेक्टर आशीष सिंह से भी बात की है। उन्होंने मृतक के परिवार को मुवावजे के साथ ही बच्चियों के स्कूल शिक्षा की जिम्मेदारी भी प्रशासन तय करने की मांग की। उन्होंने साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से भी चर्चा कर बस चालक पर दर्ज की गई धारा में बदलाव करने की मांग की। उन्होंने कहा कि चालक पर लगाई गई धारा 304 (A) की जगह 304 की जाए। चक्का जाम हटाने के लिए पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वजनों को आश्वासन देते हुए कहा कि स्कूल प्रबंधन पर भी कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
मामले में दो थाना प्रभारियों को कमिश्नर आफिस में अटैच किया गया है। इसे लेकर विधायक गोलू शुक्ला ने पुलिस पर लापरवाही की शिकायत की थी।