भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी और जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अज़हर सोमवार को एक बम विस्फोट में मारा गया। मीडिया की
अपुष्ट रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अज़हर सुबह 5 बजे बहावलपुर मस्जिद से वापस जाते समय ‘अज्ञात लोगों’ द्वारा किए गए बम विस्फोट में मारा गया। हालांकि, अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। गौरतलब है कि मौलाना मसूद अज़हर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया था। पाकिस्तान में अपुष्ट रिपोर्टों में दावा किया गया है कि मोस्ट वांटेड आतंकवादी, कंधार अपहरणकर्ता मौलाना मसूद अज़हर, आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख, भावलपुर मस्जिद से वापस जाते समय सुबह 5 बजे ‘अज्ञात लोगों’ द्वारा किए गए बम विस्फोट में मारा गया है।
अज़हर का जन्म 10 जुलाई 1968 को बहावलपुर, पंजाब, पाकिस्तान में हुआ था। विशेष रूप से, मसूद अज़हर उन आतंकवादियों में से एक था, जिन्हें इंडियन एयरलाइंस की उड़ान 814 (IC814) के अपहरण के बाद रिहा करने की मांग की गई थी। मसूद अज़हर ने 13 दिसंबर 2001 को संसद पर आतंकी हमले की भी साजिश रची थी। रिपोर्टों से पता चलता है कि वह इस्लामाबाद में पाकिस्तानी डीप स्टेट की सुरक्षात्मक हिरासत में रहता था। 55 वर्षीय आतंकवादी शायद ही कभी बहावलपुर पाकिस्तान में रेलवे लिंक रोड पर स्थित अपने मदरसे, मरकज़-ए-उस्मान-ओ-अली की यात्रा करता था।
भारत में इन मामलों में था वांछित
- दिल्ली पुलिस द्वारा 2001 के संसद हमले और पंजाब पुलिस द्वारा 2016 के पठानकोट एयरबेस हमले में आरोप-पत्र दाखिल किया गया था।
- अज़हर ने भारत पर क्रूर आतंकी हमले करने के लिए जैश-ए-मोहम्मद कैडर का इस्तेमाल किया जिसमें 5 जुलाई, 2005 को अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर पर हमला भी शामिल है।
- 14 फरवरी, 2019 को सीआरपीएफ जवानों पर पुलवामा हमला।
- उसने 3 जनवरी, 2016 को अफगानिस्तान के बाल्क में मजार-ए-शरीफ में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले का भी निर्देश दिया।
- वह अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन और तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का करीबी सहयोगी था।