दीवानगंज अस्पताल के पुराने जर्जर भवन को गिराने कलेक्टर का आदेश 4 साल पहले जारी ,PWD कर रहा आदेशो की अवहेलना
मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
रायसेन जिले के अधिकारी अब कलेक्टर के आदेश कि भी अवहेलना करने में नहीं चूक रहे हैं इसका एक उदाहरण सांची जनपद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम दीवानगंज मैं देखने को मिला है दीवानगंज अस्पताल के पुराने जर्जर भवन को गिराने का आदेश 4 साल पहले रायसेन कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग को दिया था लेकिन अस्पताल का जर्जर भवन आज भी वैसा ही है। लोक निर्माण विभाग किसी बड़े हादसे के इंतजार कर रहा है। दीवानगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में स्थित पुराने उप स्वास्थ्य केंद्र का भवन लगभग 60 साल पुराना बताया जा रहा है जो जर्जर स्थिति में खड़ा हुआ है इस भवन में जगह-जगह दरारें आ गई है। जर्जर भवन के छत के ऊपर पेड़ पौधे उग आए हैं ऐसे में कोई बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकताहै। दीवानगंज स्वस्थ केंद्र में लगभग 35 गांव के लोग अपना इलाज कराने आते हैं अस्पताल परिसर में अस्पताल स्टाफ भी निवास करता है। ऐसी स्थिति में यहां पर कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है लेकिन कलेक्टर के आदेश के बाद भी जिम्मेदार इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं।
14 अक्टूबर 2019 को आदेश क्रमांक 6460/एस. सी.शाखा/ 89/ 2019 रायसेन कलेक्टर द्वारा इस भवन को गिराने के लिए आदेश दिया गया था। इसमें उल्लेख किया गया था कि यहां भवन रिपेयरिंग की स्थिति में नहीं है और कभी भी गिरने से जनहानि हो सकती है ऐसी स्थिति में भवन को तोड़ने के लिए लोक निर्माण विभाग को आदेश दिया गया था। लेकिन 4 साल बीत गए अभी तक कलेक्टर के आदेश का पालन नहीं किया गया। यहां भवन आज भी अस्पताल परिसर में आने वाले मरीजों और स्टाफ के लिए खतरा बना हुआ है जर्जर भवन के पास ही मरीज बैठे रहते हैं। कई मरीज जर्जर भवन के पास ही अपना वाहन भी खड़ा करते हैं ऐसे में कोई बड़ा हादसा हो सकता है। जब कोई बड़ा हादसा हो जाएगा तब प्रशासन के अधिकारी नींद से जागेंगे।
मैंने कई बार इसकी सूचना रायसेन के सीएमएचओ और सांची ब्लॉक के अधिकारियों को इस जर्जर भवन को तोड़ने का कहा है मगर अभी तक इस जर्जर भवन को नहीं तोड़ा गया अब इसकी स्थिति ज्यादा खराब हो गई है। अगर यह जर्जर भवन नहीं तोड़ा गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इस जर्जर भवन के आसपास ही मरीज आकर बैठते हैं और अपना वाहन खड़ा करते हैं जर्जर भवन टूटने से अस्पताल परिसर में जगह पर्याप्त हो जाएगी जिससे मरीजों को सुविधा मिल सकेगी।
मेडिकल ऑफिसर ए .के. माथुर
जर्जर भवन से लगकर स्वास्थ्य केंद्र दीवानगंज में इलाज कराने के लिए आसपास गाव के सैकड़ों मरीज यहां प्रतिदिन आते हैं इसी जर्जर भवन के पास से होकर गुजरते हैं। ग्राम अंबाडी के प्राइमरी डेढ़ साल पहले स्कूल की दीवार का पिलर गिरने से एक बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई थी उस समय कलेक्टर ने बच्ची के पिता को आश्वासन दिया था कि इसके बाद कोई भी हादसा इस तरह का नहीं होगा। इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा मरीजों व स्थानीय निवासियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। पूरे मामले की जानकारी होने के बाद भी इस अस्पताल जर्जर भवन को आज तक नहीं गिराया जा सका। इसकी वजह से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
गिरजेश नायक सरपंच दीवानगंज
नए अस्पताल को बने हुए कई साल हो चुके हैं इसके बावजूद भी जर्जर भवन को नहीं गिराया गया। जबकि इसी जर्जर भवन के पास ही आने वाले मरीज खड़े रहते हैं अपने वाहन रखते हैं किसी दिन जर्जर भवन गिरने से बड़ी अनहोनी हो सकती है। इस जर्जर भवन के आसपास खाली जगह पड़ी है एक तरफ नया अस्पताल बना है तीनों तरफ खाली जगह पड़ी हुई है। इस जगह पर अक्सर मरी जा कर बैठ जाते हैं अगर किसी दिन यह बिल्डिंग गिर गई तो जान माल की हानि हो सकती है।
मुकेश साहू स्थानीय निवासी