निर्माण जारी, सिविल अस्पताल में छाया रहता हे अंधेरा
देवेंद्र तिवारी सांची रायसेन
सांची के 30 बिस्तर वाले अस्पताल का उन्नयन कर इसे सिविल अस्पताल का दर्जा मिल गया तथा यह अस्पताल अब 50 बिस्तरीय अस्पताल बन गया । परन्तु स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस अस्पताल का निर्माण भी पूरा नहीं हो सका तथा आनन-फानन में इसका स्वास्थ्य मंत्री के कर कमलों द्वारा लोकार्पण करा दिया गया । अभी भी निर्माण जारी है तथा सिविल अस्पताल अंधेरे की जकड में जकड़ा हुआ है ।
जानकारी के अनुसार इस नगर का अस्पताल तीस बिस्तरीय अस्पताल था इस अस्पताल का उन्नयन करते हुए इसे 50 बिस्तरीय अस्पताल के साथ ही सिविल अस्पताल का दर्जा दे दिया गया । इस अस्पताल का निर्माण आज भी जारी है जबकि विधानसभा चुनाव आचार संहिता लगने से इस अस्पताल का लोकार्पण अधर में लटकने की संभावना को देखते हुए आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चुनाव आचार संहिता लगने के पूर्व ही दिनांक 5-10-23 को स्वास्थ्य मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रभूराम चौधरी के कर कमलों द्वारा करा दिया गया ।
इस अस्पताल के नवीन भवन का निर्माण मप्र पुलिस आवास एवं अधोसंरचना विकास निगम द्वारा 792-30 लाख रुपए की लागत से निर्मित कराया गया है तब आनन-फानन में अस्पताल के अगले हिस्से का निर्माण किया जाकर लोकार्पण करा दिया गया जबकि पिछले हिस्से में अब भी निर्माण जारी है तब चुनाव आचार संहिता लगने के पहले ही स्वास्थ्य विभाग ने लोकार्पण में जल्दबाजी दिखाते हुए लोकार्पण तो करा लिया परन्तु यह नवनिर्मित सिविल अस्पताल आज भी अमली जामा पहनने का इंतजार कर रहा है तथा यह अस्पताल अपने लोकार्पण के बाद शाम होते ही अंधेरे की जकड में जकड़ा जाता है तथा इस अस्पताल को आवारा पशुओं ने भी अपना ठिकाना बना डाला तथा इस अस्पताल के मुख्य द्वार पर धूल मिट्टी की परत चढना शुरू हो चुकी है तब आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन में लोकार्पण कराने में देर नहीं की तथा चुनाव आचार संहिता लागू होने के पूर्व ही लोकार्पण समारोह आयोजित कर डाला । अस्पताल प्रबंधन लोकार्पण कर चैन की सांस लेकर बेफिक्र होकर बेठ गया है तथा इस करोड़ों रुपए की लागत से निर्मित नवीन भवन में कब सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी कहा नहीं जा सकता हाल फिलहाल में इस नवनिर्मित भवन में धूल चढ़ रही हैं तथा पिछले हिस्से में लगातार निर्माण कार्य जारी है । अस्पताल प्रबंधन ने अपने मंत्री से लोकार्पण करा कर वाहवाही बटोरने में बिल्कुल भी देर नहीं लगाई ।