– खेल मंत्री क्या चुनाव लड़ेंगी इस तरह के सवाल चर्चा का विषय बने
– सक्रियता से सस्पेंस बढ़ गया है
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा अपने स्वास्थ्य कारणों के चलते चुनाव न लड़ने का पत्र लिखे जाने के बाद अब यशोधरा समर्थक नेताओं ने उन पर दबाव बढ़ना शुरू कर दिया है। समर्थकों का कहना है कि वह वह चुनाव लड़ें। शिवपुरी से कुछ यशोधरा समर्थक नेता कुछ दिन पहले ग्वालियर में जाकर उन्हें मनाने के लिए भी गए। हालांकि उन्होंने कोई सीधा उत्तर देने से मना कर दिया। इसके अलावा शिवपुरी नगर पालिका से जुड़े कुछ पार्षद और स्थानीय यशोधरा समर्थक नेता 5 अक्टूबर को उनके समक्ष इस्तीफा भी दे सकते हैं। इस तरह की खबरें सामने आ रही है यशोधरा राजे सिंधिया से चुनाव लड़ने के लिए उनके समर्थक मनोहर करेंगे जिससे वह अपना निर्णय बदल सके। सूत्र बता रहे हैं कि 5 अक्टूबर को राजमाता विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमा अनावरण समारोह के पहले नगर पालिका के कुछ पार्षद अपने इस्तीफे उन्हें दे सकते हैं। हालांकि अभी किसी भी पार्षद ने खुले तौर पर इस्तीफा देने की घोषणा नहीं की है।
राजमाता की प्रतिमा का अनावरण आज-
देखा जाए तो खेल मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र शिवपुरी में लगातार सक्रिय बनी हुई हैं।पिछले कुछ दिनों से खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के अपने विधानसभा क्षेत्र शिवपुरी में लगातार दौरे हो रहे हैं। खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया 3 अक्टूबर को शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रम सम्मिलित हुई। इसके अलावा 5 अक्टूबर को भी वह शिवपुरी आ रही हैं यहां 5 अक्टूबर को उनकी मां राजमाता विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम है और यहां पर 8 करोड रुपए से बने पाम पार्क का लोकार्पण कार्यक्रम भी है। इस तरह से खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया 3 दिन से लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं।
सक्रियता से सस्पेंस बढ़ गया है-
इस सक्रियता से सस्पेंस बढ़ गया है कि खेल मंत्री का मन चुनाव लड़ने को लेकर कुछ बदला है या नहीं। हालांकि संगठन को उन्होंने कुछ दिन पहले ही अपने स्वास्थ्य कारणों को लेकर के चुनाव लड़ने की के लिए पत्र लिखा है। हालांकि संगठन की ओर से अभी स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है कि वह चुनाव लडें़गी कि नहीं। कुल मिलाकर के यशोधरा राजे सिंधिया के अपने विधानसभा क्षेत्र में बढ़ी सक्रियता से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है। यशोधरा राजे सिंधिया से 3 अक्टूबर को स्थानीय पत्रकारों ने शिवपुरी में उनसे जब सवाल पूछा कि आपके द्वारा पत्र लिखे जाने के बाद संगठन की ओर से आपको कुछ जवाब मिला क्या। तो इस संदर्भ में कुछ सेकेंड तक चुप रहने के बाद यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि और कुछ पूछना हो तो पूछिए, यह तो पुरानी कहानी हो गई है। सीधा उत्तर देने से बचते हुए यशोधरा राजे सिंधिया ने पत्रकारों से ज्यादा बात नहीं और दूसरे कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए निकल गईं।