नियमितीकरण भविष्य सुरक्षित का मुख्यमंत्री शिवराज कर सकते हैं एलान
डॉ. अनिल जैन भोपाल
सूबे के सरकारी महाविद्यालयों में रिक्त पदों के विरुद्ध वर्षों से सेवा देने वाले महाविद्यालयीन अतिथि विद्वानों की महापंचायत आज मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित की जाएगी।जिसमें लगभग एक हज़ार अतिथि विद्वानों के शामिल होने की उम्मीद है जबकि इनकी संख्या पूरे प्रदेश में लगभग 4500 है।पिछले दो दशकों से ज्यादा समय से उच्च शिक्षा विभाग रिक्त पदों के विरुद्ध अतिथि विद्वान सेवा दे रहे हैं एवं अपने नियमितीकरण भविष्य सुरक्षित करने के लिए कई बार आंदोलन प्रदर्शन कर चुके हैं।बड़ी बात ये रही कि जब विपक्ष में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान थे तो ख़ुद अतिथि विद्वानों के आंदोलन में शिरकत करते हुए अतिथि विद्वानों के नियमित कर भविष्य सुरक्षित का वादा कर चुके थे।राज्य कर्मचारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रमेश चंद्र शर्मा,सुल्तान सिंह शेखावत(कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त)लगातार अतिथि विद्वानों के भविष्य सुरक्षित की पैरवी करते आएं है।अब देखने वाली बात है कि इस चुनावी साल में शिवराज के पिटारे से अतिथि विद्वानों को क्या मिलता है।
अतिथि विद्वानों की प्रमुख मांग
सरकारी महाविद्यालयों में रिक्त पदों के विरुद्ध सेवा देने वाले अतिथि विद्वानों को नियमित करे सरकार अथवा 65 वर्ष तक कार्यरत अतिथि विद्वानों का पद भरा मानते हुए सेवाकाल करें एवं सरकारी सुविधाएं दें
इनका कहना हे-
अतिथि विद्वानों को काफ़ी उम्मीद है कि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ज़ी अतिथि विद्वानों को नियमित कर भविष्य सुरक्षित करेंगे।साथ ही 65 वर्ष तक का स्थायित्व प्रदान करेंगे।अतिथि विद्वान ही वर्षों से सरकारी महाविद्यालयों को संचालित करते आ रहे हैं ये शासन प्रशासन को विधिवत मालूम है।
-डॉ देवराज सिंह,अध्यक्ष अतिथि विद्वान महासंघ
-मुख्यमंत्री जी हर वर्ग को कुछ ना कुछ दिए हैं अभी तक अतिथि विद्वानों की झोली ख़ाली थी।अब अतिथि विद्वानों को नियमित कर भविष्य सुरक्षित करेंगे एवं अपना वादा पूरा करेंगे।पद भी रिक्त हैं और अतिथि विद्वान योग्य अनुभवी भी है।अब मुख्यमंत्री जी अपना आशीर्वाद दें।
-आशीष मीडिया मीडिया प्रभारी अतिथि विद्वान महासंघ/मोर्चा