–खतरे से खाली नहीं रहा ग्रामीण छात्राओं का चार चार किलो मीटर दूर स्कूल जाना
-पुलिस ने चन्द घण्टो में किया गिरफ्तार
सुरेन्द्र जैन रायपुर
सांकरा निको।सरकार भले लाख दावे क्यों न करे कि वह ग्रामीणो के लिए शिक्षा व्यवस्था कर रही है लेकिन जमीनी हकीकत ये है कि आज भी ग्रामीण बच्चियों को चार चार किलो मीटर दूर साइकिलों से पढ़ाई करने जाना पड़ता है जो अब खतरे से खाली नहीं बुधवार को फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी द्वारा व्यस्त मार्ग पर रोककर जिस तरह बारहवीं की छात्रा के साथ जोर जबरदस्ती का प्रयास ओर मारपीट की गई वह घटना बच्चियों के इतने दृर स्कूल जाने में सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है हालांकि पुलिस ने आरोपी को कुछ घण्टो में ही गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक कपसदा की एक बारहबी छात्रा गांव से करीब 4 किलो मीटर की दूरी पर स्थित दाऊ पोषण लाल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पढ़ाई करने सायकिल से निकली थी जैंसे ही छात्रा धरसीवा कूँरा मार्ग पर एफसीआई गोदाम के समीप पहुची की रायपुर की एक फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी जड़ीराम साहूँ उम्र 22 वर्ष अपनी वाइक क्रमांक cg04 mb0617 से आया ओर आरोपी जड़ीराम ने छात्रा की साइकिल के सामने वाइक अड़ा दी छात्रा को रोककर आरोपी उसके साथ जोर जबरदस्ती करने लगा छात्रा विरोध करती रही आरोपी जब अपनी मनमानी करने में नाकाम हुआ तो उसने छात्रा के साथ मारपीट तक कर डाली जिससे छात्रा बेहोश हो गई ।
दिन दहाड़े व्यस्त मार्ग पर हुई घटना
छात्रा के साथ ये घटना जिस मार्ग पर हुई वह मार्ग धरसीवा से कूँरा पन्डरभट्टा खेरकुट सगुनी आदि दर्जनों गांव को धरसीवा से जोड़ता है इसलिए यह मार्ग दिनभर व्यस्त रहता है एफसीआई गोदाम के पास जहां घटना हुई उसकी दूरी पुलिस थाना से भी कोई खास अधिक नहीं है समीप में ही शहीद स्मारक धरसीवा बस स्टैंड है बाबजूद इसके आरोपी बेख़ौफ़ होकर छात्रा को रोककर उसके साथ जोर जबरदस्ती करने का प्रयास किया जिससे अब यह कहने में कोई संकोच नहीं कि गांव से चार चार किलो मीटर दूर पढ़ाई करने जाना अब छात्राओं के लिए सुरक्षित नहीं रहा है।
चन्द घण्टो में गिरफ्तारी
पुलिस ने इस मामले में बिना कोई देरी किये छात्रा के पालक द्वारा रिपोर्ट किये जाने के चन्द घण्टो के भीतर आरोपी जड़ीराम साहूँ को भादवि की धारा 341 294 323 506 354 (घ) एवं 8 /12 पास्को एक्ट के तहत गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया है।
समीप में हों शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय
ग्रामीण छात्राएं सुरक्षित माहौल में उच्चतर कक्षाओं की पढ़ाई कर सकें इसके लिए अब यह जरूरी हो गया है कि कम से कम आधा एक किलो मीटर की दूरी में स्थित एक दो छोटे गांवो के बीच एक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खुले या फिर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में पड़ोसी गांवो से आने वाली छात्राओं को निःशुल्क सरकारी स्कूल बसों की सुविधाएं शुरू हो।