सांची रायसेन से देवेंद्र तिवारी
अभी गर्मी का मौसम पूरी तरह शुरू भी नहीं हो सका कि सांची के कुछ वार्ड पानी की किल्लत की चपेट में आ गए पानी की त्राहि त्राहि मचना शुरू हो गई जिससे लोग परेशान हो उठे।
जानकारी के अनुसार यह नगर एक विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाता है यहां की साफसफाई के साथ ही पेयजल विकास का जिम्मा नगर परिषद द्वारा उठाया जाता है परन्तु यहां आये दिन नई नई समस्या सिर उठा रही है ऐसा ही मामला तब सामने आया जब नगर में अभी गर्मी का मौसम ठीक से शुरू भी नहीं हो सका कि नगर के कुछ वार्ड गंभीर पेयजल संकट से जूझना शुरू हो चुके हैं दल लोगों को पंद्रह पंद्रह दिन पेयजलापूर्ति का संकट झेलना पड़ रहा है वैसे तो नगर को पेयजलापूर्ति हेतु लाखों रुपए बर्बाद कर दिये जाते हैं परन्तु पेयजलापूर्ति का संकट खड़ा रहता है वैसे भी नगर वासियों को वार्ड नं 13 हेडगेवार कालोनी छोड़कर शेष वार्डों को वर्ष भर मात्र एक दिन में एक समय कुल 45 मिनट की पेयजल पूर्ति की जाती है इस 45 मिनट के बीच बिजली की आंखमिचौली भी पेयजल पूर्ति प्रभावित कर देती है नगर परिषद अपना पीछा छुड़ा कर जिम्मेदारी से मुक्त हो जाती है अब गर्मी का मौसम शुरू होते ही पानी की किल्लत बढ़ने लगी है इन दिनों वार्ड नं दो वार्ड नं तीन चार पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं इसी के साथ पठारी क्षेत्र भी इस किल्लत से अछूते दिखाई नहीं दे रहे हैं नप प्रशासन को इस किल्लत से कोई सरोकार नहीं दिखाई दे रहा है इन वार्ड में लगभग पंद्रह दिन से लोग संकट से जूझने लगे हैं यहां सुध लेने वाला कोई दिखाई नहीं दे पा रहा है जबकि पेयजलापूर्ति में लगे कर्मचारी इन दिनों नगर परिषद के कचरा वाहनों तथा ट्रेक्टर ट्राली से स्वच्छता के बोर्ड एवं डस्टबिन सामग्री ढुलाई करते आसानी से दिखाई दे जाते हैं जिससे पेयजलापूर्ति हेतु बिछी पाइप लाइन मरम्मत कार्य नहीं हो पाता जिससे लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है ।