इंदौर। सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के लिए संविदा शिक्षक वर्ग-तीन में चयनित उम्मीदवार को लेकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने बीएड चौथे सेमेस्टर की विशेष परीक्षा करवाई, लेकिन उसमें भी कई विद्यार्थी पास नहीं हो पाए। अब वे विश्वविद्यालय से दोबारा एटीकेटी परीक्षा करवाने की गुहार लगा रहे है। मगर विश्वविद्यालय ने इसे लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया है। वैसे अधिकारियों ने पहले विशेष परीक्षा का रिव्यू रिजल्ट घोषित करने की बात कहीं है। उसके बाद इस मुद्दे पर विचार किया जाएगा। हालांकि, इन विद्यार्थियों के लिए दोबारा एटीकेटी करवाने को लेकर पहले ही विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन मांगा है।
दरअसल, 2019-21 सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की बीएड चौथे सेमेस्टर की परीक्षा बीते साल अगस्त में करवाई गई। इस बीच शासन ने संविदा शिक्षक वर्ग-तीन की चयन प्रक्रिया पूरी कर ली। कई विद्यार्थियों का चयन संविदा शिक्षक के लिए हो गया। नवंबर 2022 में रिजल्ट आया। 32 प्रतिशत छात्र-छात्राएं फेल हो गए। महीनेभर प्रदर्शन चलने के बाद विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा विभाग से विशेष एटीकेटी परीक्षा के बारे में पूछा।
एटीकेटी परीक्षा में 23 फीसद बच्चे हो गए थे फेल
जनवरी में विभाग ने प्रदेशभर के सारे विश्वविद्यालय को फरवरी में परीक्षा करवाने के निर्देश दिए। दो हजार विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। अप्रैल में रिजल्ट घोषित किया गया, जिसमें 23 फीसद छात्र-छात्राएं फेल हो गए। अब ये दोबारा एटीकेटी की मांग करने लगे हैं। अधिकारियों के मुताबिक, बीएड पाठ्यक्रम के अध्यादेश के आधार पर विद्यार्थी को पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए तीन साल समयसीमा निर्धारित कर रखी है। विशेष एटीकेटी परीक्षा को भी उसमें शामिल किया गया है।
पहले निकालेंगे विशेष परीक्षा का रिव्यू रिजल्ट
दो दिन पहले भी विद्यार्थी परीक्षा नियंत्रक से मिलने पहुंचे। उन्होंने संविदा शिक्षक में चयनित होने का हवाला देते हुए विश्वविद्यालय से परीक्षा करवाने पर जोर दिया। परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवारी का कहना है कि पहले विशेष परीक्षा का रिव्यू रिजल्ट निकालेंगे। वैसे इन दिनों विद्यार्थियों की कापी जांचने का काम चल रहा है, जो सात दिन के भीतर खत्म किया जाएगा।
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